वर्ष - 32
अंक - 2
07-01-2023

वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता व भाकपा(माले) देवरिया जिला कमेटी के सदस्य का. हरिशंकर मल्ल का विगत 11 दिसम्बर 2022 की सुबह पैतृक गांव डुमरी में हृदय गति रुक जाने से निधन हो गया. वे 81 वर्ष के थे. वे आजीवन कम्युनिस्ट पार्टी के लिए काम करते रहे. युवा अवस्था में ही वह सीपीआई के लिए काम करते हुए देवरिया जिले में अन्याय व सामंतवाद विरोधी संघर्षों में  बढ़-चढ़कर भाग लेने लगे.

कुछ वर्षों के बाद सीपीआई की राजनीतिक दिशा से निराश होकर राजनीतिक रूप से निष्क्रिय हो गये. वर्ष 1995 के बाद वे भाटपार रानी विधानसभा क्षेत्र में भाकपा(माले) के जुझारू सामंतवाद विरोधी संघर्षों से प्रेरित होकर पार्टी में शामिल हुए और राजनीतिक रूप से पुनः सक्रिय हो गए. वह कहते थे कि हम तो निराश होकर बैठ गए थे लेकिन भाकपा(माले) की राजनीति ने हमारे अंदर एक नया जोश पैदा किया. वे पार्टी के भीतर एक अच्छे आलोचक थे और हमेशा पार्टी के विकास के बारे में सोचते थे. वे अपने घर के सदस्यों को भी कम्युनिस्ट पार्टी में शामिल होने के लिए प्रेरित करते थे. उनके एक पुत्रा भाकपा(माले) के सदस्य हैं और दूसरे पुत्र भी पार्टी के मित्र हैं.

22 दिसंबर को उनकी स्मृति में श्रद्धांजलि सभा उनके गांव में आयोजित की गई. सभा को भाकपा(माले) के  राज्य स्थाई समिति के सदस्य राजेश साहनी, राज्य कमेटी सदस्य रामकिशोर वर्मा, देवरिया जिला प्रभारी श्रीराम कुशवाहा, प्रेमलता पांडे, सोशलिस्ट नेता शिवाजी राय तथा अन्य गणमान्य नागरिकों ने संबोधित किया. कामरेड हरिशंकर मल्ल को लाल सलाम!