वर्ष - 31
अंक - 42
15-10-2022

जीवन की गारंटी के लिए – मौलिक अधिकारों पर हमले के खिलाफ

उत्तर प्रदेश खेत मजदूर सभा (सम्बद्ध - अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा) का पांचवा राज्य सम्मेलन गाजीपुर के लंका मैदान स्थित कामरेड हरिबंशी राम हॉल में विगत 9 अक्टूबर 2022 को राष्ट्रीय महासचिव कामरेड धीरेंद्र झा की मौजूदगी और खेग्रामस के बिहार प्रदेश अध्यक्ष कामरेड गोपाल रविदास (सदस्य, बिहार विधान सभा) के पर्यवेक्षण में सम्पन्न हुआ.

सम्मेलन की शुरुआत खेग्रामस के राष्ट्रीय अध्यक्ष कामरेड श्री राम चौधरी के द्वारा ध्वजारोहण करने एवं शहीदों की स्मृति में 1 मिनट का मौन धारण करने के बाद उनको पुष्पांजलि देने के साथ हुई. उसके बाद गाजीपुर के दिवंगत साथी कामरेड हरिबंशी राम, कामरेड वासुदेव त्यागी व कामरेड रामनरेश राम की तस्वीरों पर खेग्रामस महासचिव का. धीरेन्द्र झा ने माल्यार्पण किया.

सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए का. धीरेंद्र झा ने कहा कि उत्तर प्रदेश फासिस्ट ताकतों की हृदयस्थली है और फासीवादी ताकतों का मकसद शोषितों – दलितों, अति पिछड़ों व अल्पसंख्यकों को अपने शिकंजे में फंसाए रखना और सामाजिक राजनीतिक तौर पर हाशिए पर बनाए रखना है. इसलिए ग्रामीण गरीबों को राजनीतिक रूप से खड़ा करके ही फासीवादी ताकतों को शिकस्त दी जा सकती है. इसके लिए उत्तर प्रदेश के खेत मजदूर सभा को सामाजिक एवं वर्गीय रूप से हाशिए पर जीने वाले उन दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यको के एक-एक घर में जाकर संवाद कायम करना होगा और उनको रामाजिक-राजनीतिक बदलाव की लड़ाई के अग्रिम मोर्चे पर सक्रिय करना होगा.

सम्मेलन के पर्यवेक्षक का. गोपाल रविदास ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जनवादी आंदोलनों के कमजोर होने के कारण बुलडोजर राज चल रहा है. भाजपा ने न केवल उत्तर प्रदेश में गरीबों पर आतंक कायम किया हुआ है बल्कि बिहार में भी प्रवेश करने की जी-तोड़ कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि बिहार की ही भांति उत्तर प्रदेश में भी जनवादी, सोशलिस्ट व अंबेडकरवादी तत्वों को एक मंच पर लाकर बुलडोजर राज पर लगाम लगाना होगा और इस एकता की केंद्रीय कार्यभार के रूप में सभी ग्रामीण गरीबों को संगठित करना होगा.

सम्मेलन को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष जयप्रकाश नारायण ने कहा कि इतिहास के सबसे बड़ा किसान आंदोलन ने सरकार को पीछे ढकेल दिया. आगे किसानों और ग्रामीण गरीबों को एक साथ मिलकर एमएसपी और खाद्य सुरक्षा की गारंटी के लिए संघर्ष को तेज करना होगा तथा कार्पारेट परस्त सरकार को सत्ता से बाहर करना होगा.

सम्मेलन को संबोधित करते हुए बिरादराना संगठन अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष का. सतीश ने कहा कि प्रदेश में जनवादी ताकतों के एक साथ मिलकर संघर्ष करने की शुरुआत हो चुकी है. यह एकता आगे चलकर प्रदेश की राजनीति में ग्रामीण गरीबों की ओर से एक नये विकल्प की दावेदारी पेश करेगी.

सम्मेलन को खेत मजदूर यूनियन के प्रदेश सहसचिव रामानंद, इंकलाबी नौजवान सभा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, भाकपा(माले) के राज्य सचिव सुधाकर यादव, अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश सचिव ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा, ऐपवा नेत्री जीरा भारती और कामरेड श्री राम चौधरी ने भी संबोधित किया. इसका संचालन राजेश साहनी ने किया.

सम्मेलन का प्रतिनिधि सत्र 4 सदस्यीय अध्यक्ष मंडल के संचालन में शुरू हुआ. तीन सौ उपस्थित प्रतिनिधियों में 33 ने बहस में भाग लिया. सर्वसम्मति से रिपोर्ट पारित कर 45 सदस्यीय राज्य काउंसिल और 21 सदस्य कार्यकारिणी का चुनाव किया गया. कामरेड श्री राम चौधरी प्रदेश अध्यक्ष एवं राजेश साहनी प्रदेश सचिव चुने गए.

सम्मेलन में प्रस्तावित रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रदेश में दबंगों, भ्रष्टाचारियों व पुलिस का मनोबल बढ़ जाने के कारण ग्रामीण गरीबों व दलितों पर हमला बढ़ गया है, सामूहिक बलात्कार की घटना में बेतहाशा वृद्धि हो गई है. मुख्य धारा की राजनीतिक पार्टियों व सामाजिक संगठनो ने गरीबों का साथ छोड़ दिया हैं. इन परिस्थितियों में खेत मजदूरों एवं ग्रामीण गरीबों को संगठित करना और इसके लिए उनके बीच लगातार संवाद-संपर्क बनाते हुए उनको संघर्ष में सक्रिय बनाए रखना जरूरी हो गया है. इसके लिए संगठन को संसाधनों व नयी राजनीतिक तकनीक से लैस करने की भी जरूरत है.

सम्मेलन में प्रदेश के 30 जिलों, 100 ब्लॉको एवं 1000 गांव में खेग्रामस की सक्रिय इकाई गठित कर लेने का लक्ष्य लिया गया. राज्य काउंसिल ने अपने बीच से 4 उपाध्यक्षों और 4 सहसचिवों का भी चुनाव किया. अंत में फीस वृद्धि के खिलाफ चल रहे छात्र आंदोलन का समर्थन करते हुए बढ़ी हुई फीस वापस लेने, नयी शिक्षा नीति वापस लेने, प्रदेश में बेतहाशा बढ़ चुकी महिला हिंसा, सामूहिक बलात्कार और दलितों पर हमले की निंदा, बिजली बिल माफ करने सम्बन्धी 5 पांच प्रस्ताव पारित किये गये.

Fifth State Conference

 

Conference of Uttar Pradesh Khet Mazdoor Sabha