25 सितंबर 2019 को हजारीबाग एवं रामगढ़ जिला (झारखंड) के हेसालौंग व बुजुर्ग जमीरा में दिवंगत कामरेड जयंत गांगुली का 24वां स्मृति दिवस मनाया गया.
उनके स्मृति दिवस के अवसर पर ग्राम हेसालौंग में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मजदूरों व गरीब किसानों की उपस्थिति थी. भाकपा(माले) का झंडोत्तोलन वरिष्ठ कामरेड कोलेश्वर गोप ने किया और नारों के साथ का. जयंत को सलामी और श्रद्धांजलि दी गई. कामरेड जयंत गांगुली की मूर्ति पर झारखंड राज्य कमेटी सदस्य का. बैजनाथ मिस्त्री, भुनेश्वर बेदिया सहित पचु राणा तथा कोलेश्वर गोप और वहां मौजूद सभी लोगों ने उनकी तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की.
स्मृति दिवस संकल्प सभा का संचालन कोलेश्वर रजवार, रामप्रवेश गोप तथा विनोद कुमार ने किया. इस मौके पर का. रस्का मांझी, विजेंद्र प्रसाद, मदन राम, महादेव मांझी, पचु राणा, भुनेश्वर बेदिया एवं बैजनाथ मिस्त्री ने सभा को संबोधित किया.
इन वक्ताओं ने बताया कि कामरेड जयंत गांगुली नक्सलबाड़ी किसान विद्रोह के दौर में कोलकाता में छात्र आंदोलन के साथ जुड़े हुए थे और दमन के बाद वे झारखंड के हजारीबाग जिला के जंगलों-पहाड़ों में रहने वाले दलित आदिवासी कमजोर वर्गों के बीच रहकर उन्हें वैचारिक रूप से जागृत और संगठित करने लगे थे. उन्होंने गरीबों पर सामाजिक उत्पीड़न, पुलिस जुल्म, ठेकेदार- माफियाओं व महाजनों के खिलाफ लगातार आंदोलन चलाए. बाद में उन्हें उत्तर प्रदेश में पार्टी कार्य संभालने की जिम्मेदारी दी गई. बाद में फिर से झारखंड लौटकर यहां के गरीब मजदूरों-किसानों के बीच संगठन का काम और जनता की सेवा करते-करते उनकी अचानक बीमार अवस्था में मौत हो गई.
रामगढ़ जिला के ग्राम बुजुर्ग जमीरा में कामरेड जयंत गांगुली भवन में दर्जनों कामरेडों ने उनका स्मृति दिवस मनाया. इस अवसर पर भाकपा(माले) राज्य कमेटी के सदस्य देवकीनंदन बेदिया के नेतृत्व में सभी कार्यक्रम संपन्न किए गए. यहां आयोजित संकल्प सभा का संचालन पतरातू प्रखंड के सचिव नरेश बडाईक ने किया और का. देवानंद गोप, अमल कुमार, नीता बेदिया व देवकीनंदन बेदिया ने स्मृति सभा को संबोधित किया.
उन्होंने कहा कि कामरेड जयंत गांगुली के विचारों और उनके दिखाए रास्ते पर चलकर ही वर्तमान दौर के कारपोरेट सांप्रदायिक फासीवादी भाजपा का मुंहतोड़ जवाब दिया जा सकता है. सभा के अंत में कई कार्यक्रमों की घोषणा की गई – 28 सितंबर को इनौस का जिला में मोटर वेहिकल अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन; 1 सितंबर को डाडी प्रखंड में प्रर्दशन; 4 अक्टूबर को अरगड्डा सीसीएल महाप्रबंधक के समक्ष प्रदर्शन; 12अक्टूबर को प्रमंडल में प्रर्दशन. इस दौरान ग्राम सभा का अभियान जारी रखने का भी संकल्प लिया गया.