वर्ष - 33
अंक - 51
14-12-2024

भाकपा(माले) के वरिष्ठ नेता और पटना महानगर कामगार यूनियन व सुधा डेयरी चालक यूनियन के भूतपूर्व महासचिव कामरेड जगदेव महतो (उम्र -80 वर्ष) का निधन 10 दिसम्बर 2024 को सुबह 8 बजे पीएमसीएच में हो गया. वे सांस की गंभीर बीमारी सीओपीडी से पीड़ित थे.

कामरेड जगदेव महतो उर्फ भैया अपने छात्र जीवन से ही भाकपा(माले) के साथ जुड़ गए थे. पार्टी के भूमिगत कार्य के दौर में इनका आवास पार्टी के नेतृत्वकारी साथियों का महत्वपूर्ण शेल्टर था. इनका पूरा परिवार पार्टी के प्रति समर्पित था. कामरेड रामनरेश राम इन्हीं के आवास के पते से पहला विधान सभा चुनाव सहार, भोजपुर लड़े और जीते.

कामरेड जगदेव महतो उर्फ भैया का जन्म 1944 में समस्तीपुर के रोसड़ा में एक मध्यम  किसान परिवार में हुआ था. उन्होंने समस्तीपुर कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की और इसके बाद 1962 में समस्तीपुर जिले में ही प्राथमिक शिक्षक के रूप में बहाल हुए. तकरीबन दो-तीन साल की नौकरी करने के बाद प्रशासन के खिलाफ हुई लड़ाई में उन्होंने नौकरी छोड़ दी. कुछ दिनों बाद ही उनको समस्तीपुर में नगर टैक्स कलक्टर की नौकरी मिल गई. वहां भी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के दौरान वे नौकरी से टर्मिनेट कर दिए गए. 1968 में वे पटना आए और यहां उन्हें तुरत ही नगर निगम के टैक्स कलक्टर के रूप में नौकरी मिल गई. 1972 में वे पटना आ गए और स्थाई रूप से चितकोहरा मेहल्ले में रहने लगे. 1968 से 2002 के बीच लगभग  34 वर्षों तक वे सरकारी सेवा में रहे.

2016 में वे फेफड़े की बीमारी से ग्रसित हो गए. दो साल बाद ही उनके गले में कैंसर पाया गया. लम्बे इलाज के बाद वे कैंसर से लड़ाई तो जीत गए लेकिन फेफड़े की बीमारी बढ़ती चली गई. 9 दिसंबर को रोसड़ा से पटना लौटने के क्रम में उनकी तबियत बहुत खराब हो गई. तुरंत ही उन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया गया, लेकिन जिन्दगी और मौत की जंग वे अंततः हार गए. वे अपने पीछे अपनी पत्नी, दो पुत्र और एक पुत्री छोड़ गए हैं.

उनके निधन की खबर मिलते ही पोलित ब्यूरो सदस्य का. स्वदेश भट्टाचार्य, राज्य सचिव का. कुणाल, पोलित ब्यूरो सदस्य का. अमर, का. मीना तिवारी, का. शशि यादव, पटना नगर सचिव का. अभ्युदय, बक्सर जिला सचिव का. नवीन कुमार, अरवल विधायक का. महानंद सिंह, पूर्व विधायक का. मनोज मंजिल और का. मुर्तजा अली सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता उनके आवास पर पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी. 10 दिसंबर की रात में ही बांस घाट, पटना में उन्हें अंतिम विदाई दी गई.

उनके निधन से पार्टी ने अपना एक वरिष्ठ व वफादार साथी खो दिया है. पार्टी की बिहार राज्य कमिटी उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी और दुख की इस घड़ी में उनके शोक-संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की.

का. जगदेव महतो अमर रहें!