बीते 12 नवंबर को गाजीपुर जिला (उप्र) के सेवराई तहसील मुख्यालय पर भाकपा(माले), अखिल भारतीय किसान महासभा, खेग्रामस एवं महिला संगठन ऐपवा के बैनर तले भारी संख्या में जुटे किसान-मजदूरों व महिलाओं ने संयुक्त रूप से फर्जी बिजली बिल माफी, 300 यूनिट फ्री बिजली देने, हर गरीब को आवास देने, बैंकों-सूदखोरों समूहों तथा माइक्रो फाइनेंस कंपनियों की द्वारा दिए गए सभी कर्जों की माफी, सहारा का पैसा वापस करने, 10 हजार रुपए पेंशन देने, अफीम की खेती का लाइसेंस जारी करने, दिलदारनगर पशु मेले को पूरी क्षमता से चलाने व गायों की खरीद-विक्री पर रोक हटानेए, 2300 रु. प्रति क्विंटल धान खरीद की गारंटी करने व अन्य प्रान्तों की तरह धान का रेट 3217 रु. करने की मांग उठाई. कई हजार की संख्या में जुटे किसान-मजदूरों ने भदौरा बाजार में रैली निकाला और सभा किया. रैली के दौरान पूरा बाज़ार लाल झंडों से पट गया. ऐसा जन सैलाब पहले कभी नहीं देखा गया.
देखने से साफ लग रहा था कि ये लोग स्वतः अपने-अपने गांवों से पैदल चल कर या चंदा जुटाकर अपना साधन कर के आए हैं. और उनके गांवों में जो तबाही बढ़ रही है उसको हल कराने की मांग सरकार से करने आए हैं.
सभा को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) केंद्रीय कमेटी सदस्य व अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव का. ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि मोदी-योगी सरकार की कारपोरेट परस्त नीतियों के चलते देश के मजदूरों व किसानों की हालत लगातार बद से बदतर हो रही है. पूंजी के केंद्रीकरण से लोग रोजगार से वंचित हो रहे हैं और किसानों के खेत और खेती सब कुछ संकट में है. उनकी फसल कौड़ी के मोल लूटी जा रही है. सरकार एमएसपी तक की गारंटी नहीं दे पा रही है.
उन्होंने आगे कहा कि बिजली कंपनियों को भारी मुनाफा पहुंचाने के लिए लोगों को लूटा जा रहा है. बिना किसी लेखा-जोखा के भारी फर्जी बिजली बिल भेजा जा रहा है. और बकाया के नाम पर कनेक्शन काटे जा रहे हैं. उन्होंने मांग किया कि कनेक्शन काटना बंद हो और गांवों में चौपाल लगाकर हिसाब किया जाए. साथ हीए लोगों की बदहाली को देखते हुए बकाया बिजली बिल माफ हो और अन्य राज्यों की तरह यूपी में भी गरीबों को 300 यूनिट फ्री बिजली दी जाए. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में यही भाजपा सरकार किसानों से 3100 रु. प्रति क्विंटल धान खरीद रही है जबकि और यहां यूपी में घोषित 2300 रु. प्रति क्विंटल का रेट भी दिलाने को तैयार नहीं है. बिचौलिए किसानों का धन लूटने को तैयार बैठे हैं.
भाजपा सरकार ने पोस्ते की खेती करने वाले किसानों को बर्बाद कर दिया है. यहां 1820 में अफीम कारखाना यहां बना और उससे पहले से ही यहां पोस्ते की खेती होती रही है. किसानों को अगर फिर से पोस्ते की खेती का लाइसेंस नहीं दिया गया तो यहां बड़ा किसान आन्दोलन खड़ा किया जाएगा.
भाकपा(माले) के जिला सचिव का. शशिकांत कुशवाहा ने कहा कि योगी राज में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. दलितों-पिछड़ों-अल्पसंख्यकों और महिलाओं पर हमले बहुत बढ़ गए हैं. उन्होंने लोगों से योगी के बुल्डोजर राज के खिलाफ खड़ा होने का आह्वान किया. भदौरा स्टेशन पर कोरोना काल के पहले रुकने वाली ट्रेनों का फिर से ठहराव करने की मांग करते हुए उन्होंने ऐसा न होने पर रेल रोको आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी.
सभा को अन्य लोगों के अलावा खेग्रामस नेता विजई बनवासी, भदौरा के पार्टी सचिव रामप्रवेश कुशवाहा, गोरख राजभर, चंद्रावती बिंद, मूर्ति देवी, सदानंद मौर्य, गोरख राजभर, सुधाकर बिंद, बीरबल बिंद, मन्नू यादव, अनिल कुमार राम, श्यामप्यारी आदि ने संबोधित किया.
सभा की अध्यक्षता गोरख राजभर और संचालन शशि कांत कुशवाहा ने की. सभा के अन्त में राष्ट्रपति को संबोधित 13 सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम, सेवराई को सौंपा गया.