वर्ष - 33
अंक - 40
28-09-2024

21 सितम्बर 2024 को दरभंगा जिले के बिरौल में माइक्रो फाइनेंस कम्पनियो के मनमानी व नीतीश मोदी सरकार के महिलाओं की उपेक्षा के खिलाफ दरभंगा के बिरौल अनुमंडल मुख्यालय के पशु अस्पताल में कर्ज के मकड़जाल में फंसी महिलाओं का सम्मेलन हुआ. स्कीम वर्कर्स फेडरेशन की महासचिव विधान पार्षद शशि यादव ने इसे संबोधित करते हुए कहा कि महिलाएं कर्ज के बोझ तले कराह रही हैं. जबरन कर्ज वसूली से तंग आकर दर्जनों महिलाओं ने आत्महत्या कर ली हैं, कई परिवारों को गांव छोड़कर भागना पड़ रहा है. माइक्रो फाइनेंस कंपनी महिलाओं का कर्ज माफ करे.

कहा कि सरकार विजय माल्या, मेहुल चौकसे सहित दर्जनों ठगों जो दसियों हजार करोड़ रुपए बैंक लोन लेकर विदेश भाग गये हैं, को माफ किये हुए है. मोदी सरकार उनकी संपत्ति को जब्त करके लोन वसूली नहीं कर रही है लेकिन दलित-गरीब महिलाओं की गाय, बकरी, घर-घरारी की जब्ती कर रही है. सरकार माइक्रो फाइनेंस कंपनियों के इस लूट और दमन को तत्काल रोके अन्यथा महिलाएं सीधी कार्रवाई में उतर कर कंपनी प्रबंधकों को कठोर सबक सिखाएगी.

उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी को भी दमनात्मक तरीके से ऋण वसूली पर रोक लगाने की दिशा में पहल करने चाहिए. सम्मेलन की अध्यक्षता मंजू देवी, सरस्वती देवी, जागतारण देवी, दशरथ साह और लालो पासवान की 5 सदस्यीय अध्यक्ष मंडल और संचालन लालबहादुर सदा ने किया. भाकपा(माले) के जिला सचिव बैद्यनाथ यादव, राज्य कमिटी सदस्य अभिषेक कुमार, प्रखंड सचिव बैद्यनाथ यादव, मनोज यादव, रामकिशुन साह, रोहित सिंह, जीतेन्द्र सदा, बाबाजी सदा, लालन राम, लाल बहादुर सदा, बिन्दे सदा आदि ने संबोधित किया. सम्मेलन के बाद मार्च निकाल कर माइक्रो फाइनेंस कम्पनियों द्वारा 5 साल पहले दिए गये कर्ज को माफ करने तथा व्याज दर को 1% करने की मांग की गई.