इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाइए) का 8वां उत्तर प्रदेष राज्य सम्मेलन राजधानी लखनऊ के चौक स्थित नेहरू युवा केन्द्र में 10 मार्च 2024 को संपन्न हुआ. सम्मेलन की शुरुआत इंनौस के महासचिव नीरज कुमार द्वारा झंडा फहराने के साथ हुई.
सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए भाकपा(माले) राज्य सचिव का. सुधाकर यादव ने कहा कि सरकार द्वारा देश के युवाओं को ठगा जा रहा है. उनके रोजगार को अंबानी-अडानी के हवाले किया जा चुका है. डबल इंजन के राज में प्रदेश में युवाओं पर चौतरफा दमन है. इंनौस के कार्यकर्ता पूरे देश में इस निजाम से लड़ रहे हैं, जेल जा रहे हैं, दमन सह रहे हैं और उनके इरादे साफ तौर पर इस युवा विरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने वाले हैं.
मुख्य वक्ता इंकलाबी नौजवान सभा के महासचिव नीरज कुमार ने कहा कि डबल इंजन वाली मोदी-योगी सरकार लगातार देश के संविधान को ताक पर रख कर विरोध की आवाजों व आम नागरिकों के अधिकारों को कुचल रही है. सरकार लोकतंत्र की संस्थाओं पर कब्जा जमाकर देश पर तानाशाही थोपने की कोशिश कर रही है. योगी सरकार में न रोजगार है और न ही रोजगार के लिए आयोजित परीक्षा ही हो पा रही है. पुलिस से लेकर आरओ-एआरओ की परीक्षा पेपर लीक के कारण रद्द करनी पड़ी. इससे नौजवानों पर दोहरी मार पड़ रही है.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष लालबहादुर सिंह ने विस्तार से युवाओं के आंदोलन के इतिहास इसके विभिन्न पहलुओं पर बात करते हुए और रोजगार को मैलिक अधिकार बनाने की मांग की.
एसोसिएट प्रोफेसर डा. इमरान खान ने कहा कि लखनऊ में आरवाइए अपना सम्मेलन आयोजित कर एक नई उम्मीद दे रहा है. नौजवानों की बिखरी लड़ाई को एकताबद्ध करते हुए एक मजबूत आंदोलन खड़ा करना चाहिए ताकि सरकार की युवा विरोधी नीतियों को ध्वस्त किया जा सके.
ऐपवा नेता कुसुम वर्मा ने इस सरकार द्वारा महिलाओं पर ढाए जा जुल्म के खिलाफ लड़ने और रोजगार के अधिकार के जरिए महिला मुक्ति के संघर्ष को तेज करने का आह्वान किया. आइसा प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष कुमार ने विश्विविद्यालय परिसरों में लोकतांत्रिक हकों के दमन, महंगी होती शिक्षा, छात्र विरोधी नई शिक्षा नीति के जरिए शिक्षा व्यवस्था के निजीकरण पर बात की. इस सत्र का संचालन राज्य सचिव सुनील मौर्य व धन्यवाद राज्य अध्यक्ष राकेश सिंह ने किया.
इसके बाद राकेश सिंह, अमरेश भारती, ठाकुर प्रसाद, राधा और रामलौट के पांच सदस्यीय अध्यक्ष मंडल के संचालन में संपन्न हुए अगले सत्र में विदाई कमेटी की ओर से राज्य सचिव सुनील मौर्य ने राजनैतिक सांगठनिक रिपोर्ट प्रस्तुत की जिस पर प्रदेश भर से आए प्रतिनिधियों ने अपनी बात रखी.
सम्मेलन ने आरवाइए उत्तर प्रदेश की 31 सदस्यीय कमेटी चुनी. नवनिर्वाचित कमेटी द्वारा ठाकुर प्रसाद को अध्यक्ष, धर्मराज कोल, राधा, प्रदीप कुमार और हनोमान अंबेडकर को उपाध्यक्ष, सुनील मौर्य को सचिव तथा राजीव गुप्ता, संजय निषाद, अमरेश भारती और सोनू यादव को सह सचिव चुना गया.
1. सम्मेलन 2024 के चुनाव में भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकने का आह्नान करता है और नौजवानों के बीच अभियान चलाने का निर्णय लेता है.
2. आरओ-एआरओ, पुलिस भर्ती पेपर लीक के लिए तथा 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण घोटाला, शिक्षा सेवा चयन आयोग बनने में देरी, नई शिक्षक भर्ती न होने के लिए योगी सरकार को जिम्मेदार मानते हुए मुख्यमंत्री से इस्तीफा देने की मांग करता है.
3. दिल्ली के नमाजियों पर बर्बर घटना के मद्देनजर, नफरत व पुलिसिया बर्बरता पर रोक लगाई जाए और सुरक्षा बलों का साम्प्रदायीकरण बंद हो.
4. कानपुर की घटना की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए, दोषियों को कड़ी सजा दी जाए और प्रदेश सरकार की विफलता पर सरकार को निर्देशित किया जाए.
5. इलेक्टोरल बॉन्ड का विवरण तुरंत सार्वजनिक किया जाए और ऐसा न करने वाले के खिलाफ अवमानना का मामला दर्ज किया जाए.