कुशीनगर (उप्र) के वरिष्ठ पार्टी नेता का. नसरूल्लाह अंसारी ने विगत 24 जुलाई 2023 को गोरखपुर मेडिकल काॅलेज में इलाज के दौरान अंतिम सांस ली. अगले दिन भाकपा(माले) राज्य कमेटी के सदस्य का. राजेश साहनी व रामकिशोर वर्मा, स्थानीय नेता का. परमहंस, भाकपा राज्य परिषद के सदस्य का. मतीउल्लाह आदि ने उनके पैतृक गांव सिकटा पहुंच कर उन्हें अंतिम विदाई दी.
का. नसरुल्लाह अंसारी छात्रा जीवन में भाकपा के छात्र संगठन एआईएसएफ से जुड़े रहे और लंबे समय तक लखनऊ विश्वविद्यालय में का. अतुल अंजान व अम्बरीश राय के साथ छात्र राजनीति में सक्रिय रहे. बाद के दिनों में वे बिहार में चल रहे तीखे वर्ग संघर्ष से प्रभावित होकर भाकपा(माले) के साथ जुड़े और देवरिया जिले के भाटपार रानी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत कई वर्षों तक पूर्णकालिक कार्यकर्ता रहे. इस दौरान उन्होंने तीखे सामंतवाद विरोधी संघर्षों का नेतृत्व भी किया. आगे चलकर वे पडरौना जिले में भाकपा(माले) के सक्रिय कार्यकर्ता के बतौर भूमिका निभाते रहे. इस वक्त वे पडरौना दीवानी न्यायालय में अधिवक्ता थे. एक सड़क दुर्घटना के बाद उनकी स्थिति कई वर्षों से लगातार खराब चल रही थी. वे डायलिसिस पर थे. साथी नसरुल्लाह अंसारी का 23 वर्षीय युवा पुत्र का अभी 20 दिनों पहले ही बीमारी के चलते निधन हो गया था. उनका पूरा परिवार हमेशा पार्टी के साथ खड़ा रहा है. उनके बड़े बेटे का. नदीम भाकपा(माले) की दिल्ली ईकाई और उनके बड़े भाई जिन्हें प्यार से मुनीमजी कहते हैं, लखीमपुर खीरी में पार्टी इकाई से जुड़े हुए हैं. उनके राजनीतिक जीवन में उनकी पत्नी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. साथी, नसरुल्लाह अंसारी को लाल सलाम!