हत्यारे पुलिस बल के कमाण्डर दारंग एसपी व मुख्यमंत्री के भाई को गिरफ्तार करो.
असम में अतिक्रमण हटाने के नाम पर चलाया जा रहा नस्लीय सफाया अभियान बंद करो.
नई दिल्ली, 23 सितम्बर.
असम के दारंग जिला में अपने घर उजाड़े जाने का विरोध कर रहे गरीब व निहत्थे मुसलमान प्रदर्शनकारियों पर अंधाधुंध गोली चला कर किये गये नरसंहार से पूरा देश सदमे में है. रिपोर्टों के अनुसार इस घटना में मृतकों की संख्या कम से कम तीन है जो वास्तविकता में कहीं ज्यादा भी हो सकती है. कईयों का कहना है कि दस से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं और बहुत से घायल हैं. बच्चे भी हताहत हुए हैं.
काफी स्तब्ध कर देने वाले एक वीडियो फुटेज में कई बंदूकधारी पुलिस वाले एक अकेले व्यक्ति को चारों ओर से घेरे हुए हैं, उसे गोली मार दी जाती है और वह जमीन पर गिर जाता है. उसकी छाती में गोली का छेद स्पष्ट दिख रहा है. तभी दारंग जिलाधिकारी कार्यालय से जुड़ा एवं पुलिस के साथ आया एक फोटोग्राफर दौड़ कर आता है और उस मरणासन्न व्यक्ति की छाती पर जोर—जोर से कूदने लगता है. यह वीडियो भाजपा की केन्द्रीय व राज्य सरकारों द्वारा चलाये जा रहे नफरत भरे मुस्लिम विरोधी नस्लीय सफाया अभियान के खिलाफ प्रत्येक भारतवासी के लिए एक चेतावनी है. असम में मुसलमानों को मुस्लिम विरोधी नफरती प्रचार इस्लामोफोबिया और प्रवासी विरोधी नफरत दोनों का दंश झेलना पड़ रहा है.
दारंग जिला में हत्यारे पुलिस बल का नेतृत्व करने वाला वहां का पुलिस अधीक्षक असम के मुख्यमंत्री हेमंत विस्वसर्मा का भाई है. यह तथ्य मुस्लिमविरोधी सफाया अभियान का मुख्यमंत्री कार्यालय से सीधे सम्बंध को स्पष्ट कर रहा है. न्याय का तकाजा है कि उक्त एसपी और उसके साथ की पुलिस टीम को गिरफ्तार कर उन पर हत्या का मुकदमा चलाया जाये और मुख्यमंत्री को बर्खास्त किया जाय. इस पूरे मामले में केन्द्रीय गृहमंत्रालय, असम के मुख्यमंत्री से लेकर दारंग के एसपी की भूमिका का पता लगाने के लिए न्यायपालिका के निर्देशन में एक स्वतंत्र जांच कराई जाय.
भाकपा—माले की एक केन्द्रीय टीम शीघ्र ही दारंग का दौरा करेगी. पार्टी ने इस जनसंहार का विरोध करने और मुस्लिम विरोधी सफाया अभियान के पीड़ितों को न्याय व सुरक्षा की गारंटी के लिए सभी नागरिकों से आगे आने का आह्वान किया है.
— कविता कृष्णन,
भाकपा—माले केन्द्रीय कमेटी की ओर से.