न्यूनतम मजदूरी 808 रु. की मांग पर प्रदर्शन

 

कमरतोड़ महंगाई व कोरोना महामारी के दौर में देश मे रिकार्डतोड़ बेरोजगारी से मजदूरों के समक्ष उपजे संकट के बीच नीतीश सरकार द्वारा 1 अप्रैल से बिहार में मात्र 7900 रु मासिक (26 दिन) की दर से 304 रु. प्रतिदिन न्यूनतम मजदूरी घोषित किए जाने के खिलाफ ऐक्टू व इससे जुड़े सुधा डेयरी के सप्लाई डिवीजन के मजदूरों ने 808 रु. न्यूनतम मजदूरी घोषित करने की मांग पर प्रदर्शन किया.

मजदूरों पर दासता थोपने वाले 4 श्रम कोड की प्रतियां जलाईं

 

आजादी के दौर से देश के मजदूरों को हासिल 44 श्रम कानूनों को समाप्त कर पहली अप्रैल से पूरे देश मे 4 श्रम कोड को मोदी सरकार द्वारा लागू करने की घोषणा के विरोध में और इन 4 श्रम कोड को मजदूरों की दासता का काला कानून बताते हुए ऑल इंडिया सेंट्रल काॅउन्सिल ऑफ ट्रेड यूनियन्स (ऐक्टू) ने देशव्यापी विरोध संगठित किया.

ठेका मजदूरों का धरना-प्रदर्शन

 

27 मार्च 2021 को इफको फुलपुर ठेका मजदूर संघ सम्बद्ध ऐक्टू से जुड़े सैकड़ों मजदूरों ने फुलपुर तहसील में लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण और संवैधानिक तरीके से धरना-प्रदर्शन किया और इफको फुलपुर में प्रबंधन की लापरवाही से हो रही मजदूरों-कर्मचारियों की मौत की उच्च स्तरीय न्यायिक समिति बनाकर जांच कराने और इसके दोषी लोगों पर कानूनी कार्यवाही करने की मांग की.

निजीकरण विरोधी दिवस, बैंक-बीमा हड़ताल ने बढ़ायी किसान-मजदूर एकजुटता

 

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के मोदी सरकार के फैसले के खिलाफ बैंक अधिकारियों-कर्मचारियों के संगठनों के संयुक्त आह्वान पर आयोजित हुई दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल (15-16 मार्च) के दौरान भाकपा(माले) और उसकी ट्रेड यूनियनों ने खुलकर हिस्सा लिया.

बिहार की राजधानी पटना में भाकपा(माले) विधायकों ने विभिन्न बैंकों में जाकर उनकी हड़ताल का समर्थन किया, हड़तालियों के साथ एकजुटता प्रदर्शित की और बिहार विधानसभा से निजीकरण के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने के लिए दबाव बनाने का आश्वासन दिया.

“बराबरी, इंसाफ, आजादी अधिकार हमारा” : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर ऐपवा का देशव्यापी अभियान

 

8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) ने ‘बराबरी, इंसाफ, आजादी अधिकार हमारा’ नारे के साथ देशव्यापी कार्यक्रम आयोजित किए. इके तहत मार्च, धरना, सभा, बैठक, ज्ञापन देने के कार्यक्रम हुए.

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ऐपवा ने बीकेटी तहसील तक मार्च निकालकर सभा की और बराबरी, इंसाफ, आजादी के लिए महिला-अधिकार का नारा बुलंद किया.

किसान आत्महत्या के खिलाफ प्रदर्शन

 

विगत 8 मार्च 2021 को रायबरेली (उत्तर प्रदेश) में अखिल भारतीय किसान महासभा के कार्यकर्ताओ ने कर्ज के जाल में फंस कर आत्महत्या करने वाले किसान अमरेन्द्र यादव की आत्महत्या (5 मार्च) को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया और कर्ज वसूली के लिए दबाव बनाने वालों पर कार्यवाई करने सहित किसान का कर्ज माफ करने व मृतक के परिजनों को 10 लाख रूपये का मुआवजा देने की मांग की.

प्रखंड मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन

 

विगत 10 मार्च को हजारीबाग जिले (झारखंड) के बरही प्रखंड कार्यालय के समक्ष भाकपा(माले) के बैनर तले ग्यारह सूत्री मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना आयोजित किया गया. मो. सेराज चांद की अध्यक्षता और  मो. कमालुद्दीन के संचालन में हुए कार्यक्रम में सैकड़ों लोग शामिल हुए.