हल्द्वानी | 8 फरवरी
हल्द्वानी में हुई हिंसा की घटना निंदनीय है। भाकपा माले सभी से संयम और शांति की अपील करती है। सभी पक्षों से अपील है कि किसी भी तरह के उकसावे या उन्माद में न फंसें।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में हुए तनाव के लिए भाजपा सरकार और जिला प्रशासन की अदूरदर्शिता, बेवजह की जल्दबाजी और सांप्रदायिक व्यवहार जिम्मेदार है। इसी वजह से यह स्थिति आ पहुंची है। जब नजूल भूमि पर बने नमाज स्थल और मदरसे को नगर निगम प्रशासन और जिला प्रशासन द्वारा कब्जे में लेकर कुछ दिनों पहले सील कर दिया गया था और उसके बाद से शांति थी तब आज प्रशासन ने जिस तरह गैरजरूरी जिद करते हुए जबरन ध्वस्तीकरण किया उसी से हल्द्वानी की स्थिति बिगड़ी है। भाजपा सरकार और जिला प्रशासन का यह कार्य संविधान विरुद्ध है और इसने हल्द्वानी की शांत फिजा को बिगाड़ने का काम किया है और जिस संयम से काम लेना चाहिए था वह प्रशासन के व्यवहार से नदारद था। इसके लिए मुख्यमंत्री धामी को नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इस प्रकरण के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए।
यदि सरकार और जिला प्रशासन को इतने बड़े पैमाने के विरोध का पूर्व अंदाजा नहीं था तो जिलाधिकारी व एसएसपी को बर्खास्त किया जाना चाहिए। अगर पूर्व अंदाजा होते हुए भी अतिक्रमण विरोधी कार्यवाही की गई तो मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन ने राजनीतिक लाभ के लिए जानबूझकर पुलिस कर्मियों, पत्रकारों व आम जनता की जान को खतरे में डाला है, लिहाजा मुख्यमंत्री धामी इसके लिए स्वयं जिम्मेदार हैं।
डा कैलाश पाण्डेय
जिला सचिव, भाकपा माले नैनीताल