मधुबनी (बिहार) के लौकही चौक पर लंबे समय से बनकर तैयार डॉ. भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा का लोकार्पण विगत रविवार 11 फरवरी 2024 को भाकपा(माले) महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य ने किया। इससे पहले उन्होंने फुलपरास चौक पर शहीद परमेश्वर यादव की प्रतिमा पर जो इस इलाके के चर्चित समाजवादी छात्र नेता थे और 1981 में सामंती ताकतों की हिंसा का शिकार हुए थे, माल्यार्पण किया तथा उनके परिजनों से मुलाकात की.
इस अवसर पर भाकपा(माले) पोलित ब्यूरो के सदस्य व खेग्रामस के राष्ट्रीय महासचिव का. धीरेंद्र झा, समाजवादी नेता सत्यजन, भाकपा(माले) के दरभंगा जिला सचिव बैद्यनाथ यादव, मधुबनी जिला सचिव ध्रुवनारायण कर्ण तथा अभिषेक कुमार, पप्पू कुमार, मयंक कुमार, पप्पू खान, रंजीत राम, संदीप चौधरी, ईश्वर दयाल सिंह, केशरी यादव, प्रिंस राज, आदि भाकपा(माले), आइसा, इंसाफ मंच आदि मौजूद थे.
प्रतिमा लोकार्पण के बाद उच्च विद्यालय में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए का. दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि आज जब हम संविधान निर्माता बाबा साहेब की प्रतिमा का लोकार्पण कर रहे हैं, केंद्र की मोदी सरकार देश में संविधान और लोकतंत्र को खत्म कर रही है। उन्होंने जननायक कर्पूरी ठाकुर की चर्चा करते हुए कहा कि कर्पूरी जी उस दौर में समाजवादियों और वामपंथियों की एकता चाहते थे जिस दौर में आरक्षण की लड़ाई और तेज हुई थी. आज समय आ गया हैं कि वामपंथी और समाजवादी एक मंच पर आयें. बिहार की महागठबंधन सरकार के द्वारा जो सामाजिक-आर्थिक सर्वे कराया गया उसमें साफ स्पष्ट हुआ कि आज भी बिहार में सबसे ज्यादा गरीबी है। लंबे समय तक सत्ता में रहने वाले नीतीश और मोदी को इसका जवाब देना होगा। देश के अंदर संविधान को तहस-नहस करने वाली पार्टी के साथ पलटी मारकर कुर्सी पर बने रहने वाले अवसरवादी की एकता देश के लिए खतरनाक है।
उन्होंने कहा कि बिहार में महागठबंधन की अच्छी-खासी सरकार चल रही थी और सामाजिक न्याय और रोजगार का नया विमर्श गढ़ा जा रहा था उससे केंद्र की मोदी सरकार घिर गई थी। इसीलिए नीतीश कुमार को मोहरा बनाया गया। लेकिन बिहार संविधान-लोकतंत्र की लड़ाई के मोर्चे पर हमेशा आगे रहेगा और सामाजिक न्याय का जो नया फार्मूला सामने आया है वह आगे बढ़ेगा। नीतीश कुमार भाजपा का मुखौटा बने हुए हैं लेकिन भाजपा की चाल को बिहार कभी सफल नहीं होने देगा। वह शिक्षा-रोजगार के युवाओं के आंदोलन और दलित गरीबों के भूमि अधिकार आंदोलन को अग्रगति प्रदान करेगा।
का. धीरेंद्र झा ने कहा कि मधुबनी लाल झंडे का गढ़ रहा हैं। इसे और मजबूत बनाने से ही क्षेत्र का विकास होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा देश के संविधान को ही पलट रही है। इसलिए भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकने की सबसे जरूरत सबसे ज्यादा है। सभा को राजनारायण निराला, पप्पू सिंह यादव, संजीव भारती, संतोष कर्ण, गंगा साफी, प्रदीप पासवान वगैरह ने भी संबोधित किया.