देश की न्यायपालिका पर मंडराता फासीवादी खतरा

सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता कॉलिन गोंजाल्वेस ने मौजूदा दौर में न्यायपालिका में फासिस्ट घुसपैठ और लोकतंत्र पर हमले के बारे में बेहद विचारोत्तेजक और आंखें खोलने वाला वक्तव्य दिया.

फासीवाद पर हैदराबाद में 29 दिसंबर 2024 से 2 जनवरी 2025 तक चलने वाली संगोष्ठी के दूसरे दिन अपने लगभग डेढ़ घंटे के वक्तव्य में कॉलिन ने अनेक तथ्यों और घटनाओं के जरिये पुरजोर ढंग से इस बात को रखा कि मोदी सरकार ने न्यायपालिका को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है और लोकतंत्र को अंदर से खत्म कर दिया है. तमाम लोकतांत्रिक संस्थाओं का बस ढांचा बचा रह गया है.

यूपी के योगी राज के तर्ज पर चल रही है बिहार की नीतीश सरकार

पटना, 27 नवंबर 2024 : बिहार राज्य जीविका कैडर संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह ने रिहा होने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आपबीती सुनाई और कहा कि बिहार की नीतीश सरकार भी यूपी के योगी राज के तर्ज पर नागरिक अधिकारों का दमन करने पर अमादा है. उन्होंने सरकार पर सादे लिबास में पुलिस कर्मियों को भेजकर उनका अपहरण करवाने का आरोप लगाया.

वक्फ बोर्ड (संशोधन) विधेयक, 2024 : बिहार विधानमंडल में चर्चा से भागी सरकार

बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्रा में भाकपा-माले विधायक दल ने वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक 2024, स्मार्ट मीटर और बदलो बिहार न्याय यात्रा के दौरान जनता के बीच से आए सवालों पर सरकार को घेरने की सफल नीति बनाई. 25 नवंबर को सत्र की शुरूआत हुई. उस दिन माले विधायकों ने वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक, 2024 के खिलाफ बिहार विधानमंडल से प्रस्ताव पारित करने की मांग पर सतमूर्ति से प्रदर्शन किया. अखबारों में इसे खास तवज्जो मिली. बाद में इंडिया गठबंधन के घटक दलों ने एकताबद्ध होकर कार्यस्थगन प्रस्ताव के जरिए सदन के अंदर सरकार को घेरने की संयुक्त नीति बनाई.

सामाजिक न्याय के तीन आधार – आरक्षण, जाति जनगणना और महिला अधिकार

स्त्रियों की पूरी आजादी के बिना जाति उन्मूलन असंभव है

[ भाकपा-माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य का  ‘ऑल इंडिया  फेडरेशन ऑफ सोशल जस्टिस’ द्वारा आयोजित ‘जाति जनगणना, आरक्षण और महिलाओं के अधिकार-सामाजिक न्याय के तीन आधार’ विषय पर, 3 दिसंबर, 2024, महाराष्ट्र सदन, नई दिल्ली में दिया गया भाषण ]

नवंबर की महत्वपूर्ण चुनावी लड़ाई

battle-of-novemberहरियाणा में लगातार तीसरी बार अप्रत्याशित जीत से उत्साहित संघ ब्रिगेड महाराष्ट्र में सत्ता बरकरार रखने और झारखंड पर कब्जा करने के लिए पूरी ताकत का इस्तेमाल कर रही है. भाजपा का हर विधानसभा चुनाव में पसंदीदा नारा ‘विकास’ के लिए ‘डबल इंजन’ सरकार को सुनिश्चित करना है, लेकिन पार्टी भली-भांति जानती है कि यह संदेश अब अपनी अपील खोता जा रहा है.

उत्तरी गाजा में अंतहीन अत्याचार

- डॉ. शहद अबूसलामा

[ डॉ. शहद अबूसलामा, गाजा के जबालिया शरणार्थी शिविर से ताल्लुक रखने वाली एक फिलिस्तीनी विद्वान, कार्यकर्ता और कलाकार हैं. उन्होंने हाल ही में शेफील्ड हल्लम यूनिवर्सिटी के खिलाफ एक ऐतिहासिक मुकदमा जीतकर इतिहास रच दिया है. इस यूनिवर्सिटी ने फिलिस्तीनी आवाज उठाने के लिए डॉ. अबूसलामा को आईएचआरए की विवादास्पद एंटीसेमिटिज्म परिभाषा के आधार पर निलंबित कर दिया था.

उत्तरकाशी मस्जिद प्रकरण : इरादा क्या है मुख्यमंत्री जी?

- इन्द्रेश मैखुरी

लगता है कि उत्तरकाशी की मस्जिद और उसके बहाने सांप्रदायिक बवाल करने की कोशिश करने वालों के पक्ष में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुल कर उतर आए हैं.

‘फिलिस्तीन के बच्चों के लिए’ : कवि जसिंता केरकेट्टा ने अमेरिकी संस्था से जुड़ा पुरस्कार ठुकराया

आदिवासी कार्यकर्ता और लेखक-कवि जसिंता केरकेट्टा ने इजरायल द्वारा फिलिस्तीन के खिलाफ छेड़े गए युद्ध के पीड़ितों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) और रूम टू रीड इंडिया ट्रस्ट द्वारा संयुक्त रूप से दिए जाने वाले पुरस्कार को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है.