स्त्रियों की पूरी आजादी के बिना जाति उन्मूलन असंभव है
[ भाकपा-माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य का ‘ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ सोशल जस्टिस’ द्वारा आयोजित ‘जाति जनगणना, आरक्षण और महिलाओं के अधिकार-सामाजिक न्याय के तीन आधार’ विषय पर, 3 दिसंबर, 2024, महाराष्ट्र सदन, नई दिल्ली में दिया गया भाषण ]