अखिल भारतीय किसान महासभा और खेग्रामस का संयुक्त प्रतिनिधिमंडल नेपाल में आयोजित वर्ल्ड सोशल फोरम कांफ्रैंस 15 से 19 पफरवरी, 2024में शिरकत करने के लिए 14 फरवरी 2024 की शाम को नेपाल की राजधानी काठमांडू पहुंचा । प्रतिनिधिमंडल में अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव का. पुरुषोत्तम शर्मा और राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य व बिहार राज्य सचिव का. उमेश सिंह तथा खेगरामस के सम्मानित बिहार राज्य अध्यक्ष व सिकटा के विधायक का. बीरेंद्र प्रसाद गुप्ता और का. अरुण कुमार शामिल थे।
काठमांडू पहुंचने पर नेकपा-यूएमएल के किसान संगठन के नेता का. पुरुषोत्तम न्यूपनी और का. प्रेम ने उनका स्वागत किया।
15 फरवरी 2024 को 10 बजे दिन में वर्ल्ड सोशल फोरम 2024 के उद्घाटन के मौके पर काठमांडू की सड़कों पर ‘पीजेंट सोलिडेरिटी मार्च’ -किसान एकता मार्च- आयोजित हुआ जो आयोजन स्थल काठमांडू के भृकुटिमंडप से शुरू हुआ और शहर के विभिन्न मार्गों से घूमता हुआ पुनः कार्यक्रम स्थल पहुंचा ।मार्च बहुत आकर्षक और सजा हुआ था. किसान अपने कृषि उत्पादों व उपकरणों के प्रतीकों के साथ शिरकत कर रहे थे। अखिल भारतीय किसान महासभा व खेग्रामस प्रतिनिधिमंडल सम्पूर्ण मार्च में शामिल हुआ। इस मार्च के दौरान ‘डब्ल्यूटीओ से अलग दुनिया भी है’ नारा लगातार बुलंद हो रहा था।
इसके बाद भृकुटिमंडप में सम्मेलन का उद्घाटन सत्र शुरू हुआ। वर्ल्ड सोशल फोरम जो दुनिया भर के समाजवादी, समतावादी व वंचितों के लिए न्याय पर आधारित दुनिया के लिए लड़ रहे सगठनों व लोगों का मंच है, के इस काठमांडू सम्मेलन की थीम है ‘दूसरा विश्व संभव है।’ सम्मेलन में दुनिया के 92 देशों के चार सौ से ज्यादा प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। भारत से एआइकेएस से का. रवींद्रनाथ राय व भारती, अग्रगामी किसान संगठन से का. रामायण सिंह, एनएपीएम से मेधा पाटेकर, डॉ. सुनीलम् व महेंद्र यादव के अलावा दर्जनों स्वयंसेवी संगठनों से जुड़े अनेक प्रतिनिधि जिसमें दलित अधिकार मंच के प्रतिनिधि प्रमुख हैं, इसमें शामिल हैं. नेपाल, बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका व अन्य पड़ोसी देशों से हजारों लोग इस आयोजन में शामिल होने आए हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव ने सम्मेलन के लिए अपना शुभकामना संदेश भेजा है। उद्घाटन सत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी धूम मची रही। भारत से मेधा पाटेकर और दलित अधिकार मंच के अशोक समेत कई देशों के प्रतिनिधियों ने उद्घाटन सत्र को संबोधित किया.
शाम को किसान महासभा व खेग्रामस के प्रतिनिधि मंडल ने अपने पुराने दोस्ताना सांगठनिक संबंधों को आगे बढ़ाने के क्रम में नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री और नेकपा-एकीकृत समाजवादी के नेता का. माधव कुमार नेपाल से उनके घर पर पहुंच कर मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान नेपाल व भारत के किसान आंदोलन पर विस्तार से चर्चा हुई और कामरेड माधव नेपाल को किसान महासभा की ओर से कृषि संकट व किसान आंदोलन से सम्बंधित 7 पुस्तकें भेंट की गईं.
16 फरवरी 2024 को एशियाई देशों के कृषि संकट और 17 फरवरी 2024 को खाद्य सुरक्षा व उसके संकट और विश्वभर में इसकी स्थिति पर चर्चा होगी.
- उमेश सिंह