22 सितंबर 2022 को आइसा पटना विश्वविद्यालय इकाई का सम्मेलन किया गया. सम्मेलन से 37 सदस्यीय कमेटी चुनी गई है. कुमार दिव्यम सचिव एवं नीरज यादव को अध्यक्ष चुना गया है. रचना कुमारी, अनिमेष चंदन, कार्तिक कुमार, विशाल विनायक, आदित्य रंजन, राजा सिंह को सह सचिव तथा रुचिका शर्मा, आशीष साह, समीर कुमार, सचिन कुमार, चंदन यादव, अभिषेक कुमार को सह सचिव चुना गया है.
सम्मेलन में आइसा के राष्ट्रीय महासचिव संदीप सौरभ, राज्य सचिव सबीर कुमार, राज्य अध्यक्ष विकास यादव, तथा भाकपा(माले) के नगर सचिव अभ्युदय भी मौजूद रहे.
सम्मेलन को संबोधित करते हुए संदीप सौरभ ने कहा कि देश भर में नई शिक्षा नीति 2020 के प्रावधानों को लागू किया जा रहा है. कैंपसों में बेतहाशा फीस बढ़ोतरी की जा रही है. आइसा को अपने संघर्ष को और तेज करते हुए कैंपसों को बचाने की निर्णायक लडाई लड़नी है. एक क्रांतिकारी छात्र संगठन होने के नाते आइसा को कैंपस में लड़ते हुए आम जनता के सवालों के साथ एकरूपता कायम करना है.
आइसा बिहार राज्य सचिव सबीर ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार का सबसे बड़ा छात्र संगठन आइसा को बनना है. पटना विश्वविद्यालय का सम्मेलन संगठन को और मजबूती प्रदान करेगा.
राज्य अध्यक्ष विकास यादव ने कहा कि बिहार के जर्जर शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने की लडाई एवं पटना विश्वविद्यालय को बचाने की लडाई में पटना आइसा को नेतृत्वकारी भूमिका अदा करनी है. विगत दिनों जेपी नड्डा को काला झंडा दिखा कर पटना विश्वविद्यालय से आइसा ने भाजपा के सामने चुनौती पेश किया है.
‘नियमित सत्र, नियमित कक्षा-दुरुस्त करो बिहार की शिक्षा’ के नारे के साथ विश्वविद्यालय बचाओ अभियान पूरे बिहार भर में चल रहा है.
सम्मेलन से चुने गए विश्वविद्यालय सचिव कुमार दिव्यम एवं अध्यक्ष नीरज यादव ने संगठन को विश्वविद्यालय में और मजबूत करने एवं पूरे पटना में विस्तार करने की बात कही. आगे उन्होंने कहा कि इस साल के अंत तक पटना विश्वविद्यालय में 10 हजार नए सदस्य बनाये जायेंगे.