वर्ष - 33
अंक - 34
17-08-2024

18 अगस्त को बिहार में होगा राज्यव्यापी प्रतिवाद

मुजफ्फरपुर के पारू में एक दलित लड़की के साथ बलात्कार व हत्या की बेहद दर्दनाक घटना के खिलाफ पीड़िता के लिए न्याय की गारंटी और अपराधियों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग पर भाकपा(माले) व ऐपवा की ओर से आगामी 18 अगस्त को राज्यव्यापी प्रदर्शन किया जाएगा.

ऐपवा की महासचिव का. मीना तिवारी के नेतृत्व में पारू पहुंची एक जांच टीम ने पूरे मामले की गहराई से छानबीन की. जांच टीम में उनके अलावा ऐपवा की नेता मालती राम, स्वर्णिमा सिंह, किसान नेता जितेन्द्र यादव और आरवाइए के राष्ट्रीय अध्यक्ष आफताब आलमके साथ ही भाकपा(माले) जिला सचिव कृष्णमोहन भी शामिल थे.

ऐपवा महासचिव मीना तिवारी ने कहा कि कोलकाता से लेकर उत्तराखंड और बिहार तक विगत पांच-छह दिनों में बलात्कार व हत्या की बेहद अमानवीय घटनायें हुई हैं. यह बेहद चिंतनीय है. कोलकाता में एक डॉक्टर के साथ कार्यस्थल पर बलात्कार व हत्या की घटना को अंजाम दिया गया. उत्तराखंड में एक नर्स के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी गई और बिहार के मुजफ्फरपुर में एक गांव की युवा लड़की के साथ बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई. ये तीनों घटनाएं लगभग एक साथ घटित हुई हैं जो एक बार फिर से महिलाओं की सुरक्षा व स्वतंत्राता के सवाल को उठा रही हैं.

माले व ऐपवा जांच दल ने पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की. प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार बगल का ही अपराधी संजय राय मृतक पीड़िता से शादीशुदा होने के बावजूद शादी का दबाव बना रहा था. पीड़िता की मां के इंकार के बाद 12 अगस्त की रात में संजय राय चार-पांच लोगों के साथ घर के पीछे लगे बाड़े से घुसा. उस वक्त मृतक युवती अपनी बहन व मां के साथ एक ही चौकी पर सो रही थी. उसकी मां ने संजय राय को पहचान लिया. सभी अपराधी उक्त युवती को उठाकर ले गए. परिजनों ने हल्ला मचाया लेकिन लडकी नहीं मिली. अगले दिन बगल के पोखर से उसकी लाश मिली. उसके कपड़े पोखर के बाहर ही रखे गए थे. उसके सीने पर कई जगह घाव के निशान थे. शरीर बुरी हालत में था. इस कारण यह मानने में कोई संदेह नहीं रह जाता कि हत्या के पहले उसके साथ बलात्कार की घटना को अंजाम दिया गया.

प्रशासन इस पूरे मामले की लीपपोती में ही लगा हुआ है. एसपी का बयान था कि युवती के प्राइवेट पार्ट में जख्म के कोई निशान नहीं है. अभी तक सरकार का कोई पदाधिकारी पीड़ित परिजनों से मिलने नहीं पहुंचा है. पूछताछ के नाम पर एक-दो लोगों को पुलिस ने बुलाया है लेकिन मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी नहीं हुई है. परिजनों को कोई मुआवजा नहीं मिला है.

जांच दल ने मृतक युवती की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को सार्वजनिक करने, सभी अपराधियों की तत्काल गिरफ्तार करने, मृतका के परिजन को 10 लाख रु. का मुआवजा देने और उनकी सुरक्षा की गारंटी करने की मांग की. इन मांगों को लेकर 18 अगस्त को राज्यव्यापी प्रतिवाद होगा और 20 अगस्त को पारू में इंडिया गठबंधन की प्रतिवाद सभा होगी.

dalit-girl-in-muzaffarpur