भाकपा(माले) केन्द्रीय कमेटी की सदस्य व ऐपवा महासचिव का. मीना तिवारी ने पिछले दिनों मुजफ्फरपुर जिले का सघन दौरा कर वहां चल रहे सीएए-एनआरसी व एनपीआर विरोधी कार्यक्रमों में शिरकत की. 18 फरवरी 2020 को उन्होंने भाकपा(माले) व इंसाफ मंच के बैनर से तुर्की-भुताने व शर्फुद्दीनपुर में संविधान बचाओ-नागरिकता बचाओ जन एकता सभा का आयोजन किया गया. सभा में बड़ी संख्या में महिलाएं, नौजवान, मजदूर-किसान व आम लोग शामिल थे.
सभा को संबोधित करते हुए का. मीना तिवारी ने कहा कि दिल्ली ही नहीं, पूरा देश शाहीन बाग बन गया है जिसमें लाखों महिलाएं भाग ले रहीं हैं. शहर से गांव तक संविधान व नागरिकता बचाने के लिए जुलूस-प्रदर्शन, सत्याग्रह व धरना तथा मार्च व सभाओं का सिलसिला जारी है. हिन्दू-मुस्लिम व आमलोग समझ गये हैं सीएए-एनआरसी देश को तबाह करने वाला काला कानून है. नागरिकता देने वाला नहीं नागरिकता छिनने वाला है. लेकिन मोदी सरकार संविधान व नागरिकता बचाने के लिए आंदोलन करने रहे महिलाओं व जनता से बात करने के बदले दमन चला रही है. जामिया, जेएनयू, अलीगढ़ यूनिवर्सिटी में आंदोलनकारी छात्रों पर पुलिसिया बर्बरता जारी है. प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ डा. कफील खान पर योगी सरकार ने रासुका लगा कर उन्हें जेल में बंद कर दिया है. देश की जनता मोदीशाही को अब और बर्दाश्त नहीं करेगी.
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार की जनता के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं. संसद में सीएए के पक्ष में जदयू के सांसदों ने वोट किया और अब आंदोलन को देखते हुए नीतीश कह रहे हैं कि एनआरसी की जरूरत नहीं है. जबकि बिहार में भी राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है जो एनआरसी का पहला कदम है. बिहार के लोग नीतीश के झांसे में आने वाले नहीं हैं. भाकपा(माले) व इंसाफ मंच के आह्वान पर लाखों लोग 25 फरवरी को विधानसभा मार्च करेंगे और अन्य राज्यों की तरह बिहार विधानसभा से भी काला कानून सीएए-एनपीआर-एनआरसी के खिलाफ प्रस्ताव पारित कराने के लिए दबाव बनाएंगे. उन्होंने बोचहां व मुजफ्फरपुर से भी 25 फरवरी के विधानसभा मार्च में महिलाओं सहित हजारों लोगों के भाग लेने की जोरदार अपील की.
इंसाफ मंच के राज्य अध्यक्ष सूरज कुमार सिंह व नेता आफताब आलम ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार को देश में बेतहाशा बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी व आर्थिक संकट से तबाह लोगों – किसानों, गरीबों व छात्र-नौजवानों की परवाह नहीं है. मोदी सरकार काॅरपोरेट घरानों के हाथों रेल, कल-कारखानों, बैंक व एलआइसी व देश की संपत्ति बेचने में लगी है. सभा को भाकपा(माले) के बोचहां प्रखंड सचिव रामबालक सहनी, इंसाफ मंच के ई. रेयाज खान, अकबर, शमी साहब, मौलाना नसीरूद्दीन, मो. इबरार, मो. अली हसन, मो. नसीरूद्दीन, कंतकिशोर राय सहित अन्य लोगों ने संबोधित किया. शर्फुद्दीनपुर में आयोजित सभा की अध्यक्षता माले नेता रामनंदन पासवान व तुर्की-भुताने की सभा की अध्यक्षता विन्देश्वर साह ने की.