वर्ष - 28
अंक - 47
09-11-2019

25 अक्टूबर 2019 को त्रिची में तमिलनाडु के आठ जिलों के विभिन्न काॅलेजों से आने वाले छात्रों ने एक बैठक कर हैदराबाद में आयोजित होने वाले आइसा के आगामी राष्ट्रीय सम्मेलन को सफल बनाने के योजना बनाई. इस बैठक को आइसा के राष्ट्रीय महासचिव संदीप सौरभ ने सम्बोधित किया. उन्होंने फीस में बढ़ोत्तरी, फंड में कटौती, सीटों में कटौती, छात्रवृत्ति में कटौती, शिक्षा के निजीकरण एवं भगवाकरण, मसविदा नई शिक्षा नीति, आरक्षण नीति को लागू नहीं किया जाना जैसे तमाम मुद्दों के खिलाफ तथा सर्वजनसुलभ, सार्वजनिक धन का इस्तेमाल करके दी जाने वाली शिक्षा की मांग पर किये गये आइसा के संघर्ष के इतिहास को सामने रखा.

उन्होंने कहा कि आइसा ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को आरक्षण को लागू किये जाने में प्रशासन द्वारा की जा रही धांधली के खिलाफ दिल्ली हाइकोर्ट एवं सर्वोच्च न्यायालय में हासिल की गई जीतों के बारे में भी बताया. उन्होंने किसानों से लेकर मजदूरों तक समाज के सभी लोकतांत्रिक संघर्षों की अगली कतार में रहने के लिये छात्रों का अभिनंदन किया. उन्होंने कहा कि आइसा को महिलाओं पर उत्पीड़न के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता के लिये जाना जाता है और उसने शैक्षणिक संस्थाओं में जेंडर सेल कायम करने के लिये कई जगह संघर्ष किए हैं.

अभियान चलाने के लिये कई मांगों एवं नारों को सूत्रबद्ध किया गया था. इस अवसर पर उनका तमिल अनुवाद जारी किया गया. इसमें एनईईटी (नीट) परीक्षा, हिंदी लादने का निषेध तथा निजीकरण को समाप्त करने से सम्बंधित मांगें शामिल हैं. भाकपा(माले) के पोलितब्यूरो सदस्य का. शंकर, तमिलनाडु के पार्टी नेता देसिगन एवं असैतम्बी और राज्य इंनौस के अध्यक्ष तिरुमेनिनाथन ने भी बैठक को सम्बोधित किया. बैठक में 15-सदस्यीय सांगठनिक टीम का निर्माण किया गया जिसका संयोजक बालअमुदन को बनाया गया.

aisa trichi