21 नबम्बर 2019 को रांची में भाकपा(माले) महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य और झारखंड राज्य सचिव का. जनार्दन प्रसाद द्वारा झारखंड बिधानसभा चुनाव केलिए संकल्पपत्र और प्रत्यशियो की सूची जारी की गई.
इस अवसर पर का. दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि जब भाजपा विपक्षी पार्टी हुआ करती थी तो सत्ता में आने पर ‘भय, भूख, भ्रष्टाचार’ मिटा देने का दावा करती थी. लेकिन झारखंड में पिछले 19 बर्ष के शासनकाल, पिछले 6 बर्ष का रघुवर राज में भूख से ग्रामीण गरीवी की दर्दनाक मौतें, सरकारी योजनाओ में ब्याप्त लूट, माॅब लिंचीग, पुलिसिया दमन और रोजगार के अभाव में पलायन ही झारखंड राज्य की पहचान बन गई है.
भाजपाई शासन में भय, भूख और भ्रष्टाचार जिस चरम पर है, जनता का भाजपा बिरोधी विक्षोभ भी उतना ही बढ़ा हुआ है. ऐसे में राज्य में वामदलों खासकर भाकपा(माले) के नेतृत्व में लगातार बिकसित होता आंदोलन एक निर्णायक भूमिका अदा करेगा. झारखंड की जनता इस चुनाव में निश्चित रूप से जनविरोधी व जनसंहारक भाजपा शासन को जरूर पराजित करेगी.
उन्होंने कहा कि भाकपा(माले) झारखंड में जननायक शहीद का. महेंद्र सिंह की बिरासत को आगे बढ़ाने का काम करती रही है. भाकपा(माले) और वामपंथी पार्टियां भाजपा बिरोधी जन उभार की सबसे अगली कतार में खड़ी हैं.
भाकपा(माले) इस चुनाव में कुल 16 बिधनसभा क्ष्रेत्रों में अपने प्रत्याशी उतारेगी. शेष जिन सीटों पर वामपंथी पार्टियां भाजपा बिरोधी ताकत के रूप सामने आएगी, वहां उनको पुरजोर समर्थन देगी और बाकी जगहों में भाजपा को शिकस्त देनेवाली ताकतों के साथ मजबूती से खडा रहेगी.
उन्होंने यह उम्मीद जाहिर करते हुए कि इस बार के चुनाव में वामपंथी ताकतों को अधिक से अधिक सफलता मिलेगी आनेवाले दिनों में जनसंघर्ष के मुद्दों का जनसकल्प पत्र भी जारी किया.