लखनऊ के महिला संगठनों – ऐडवा, ऐपवा, साझी दुनिया, महिला फेडरेशन तथा एनएपीएम, हमसफर, रिहाई मंच आदि सामाजिक संगठनों ने कश्मीरी अवाम के खिलाफ हुई सरकारी दमन के 100 दिन पूरे होने पर 13 नवंबर 2019 को कश्मीरी अवाम के सवालों पर एकजुटता दिखाने के लिए और उनके संवैधानिक अधिकारों की रक्षा की मांग पर विचार गोष्ठी आयोजित की. कार्यक्रम का संचालन ऐडवा की मधु गर्ग ने किया. गोष्ठी के आरंभ में ऐपवा की मीना सिंह ने कश्मीर में लोकतंत्र बहाली एवं कश्मीरी अवाम के जनजीवन को सामान्य सुनिश्चित करने की मांग पर प्रस्ताव रखा.
गोष्ठी को संबोधित करते हुए पूर्व कुलपति डा. रुपरेखा वर्मा ने कहा कि कश्मीर से धाारा 370 व 35-ए हटने के बाद यह भ्रम फैलाया गया कि अब कश्मीर आतंकवाद से मुक्त होगा. बेहूदे बयान आने लगे कि अब कश्मीरी लड़कियों को बीवी बना लेंगे जिससे इनकी गंदी मानसिकता सामने आ गई. इनके लिए कश्मीर एक जमीन का टुकड़ा है वहां की आबादी से उन्हें कोई मतलब नहीं है. ऐडवा की राष्ट्रीय उपाधयक्ष सुधा ने कहा कि आज कश्मीरी जो दर्द झेल रहे हैं, उनके बच्चे पैलेट गन का शिकार हो रहे हैं निर्दोषों को जेलों में ठूंसा जा रहा है किन्तु वहां की खबरें जनता तक पहुंच ही नहीं रहीं हैं. उन्होंने भाजपा के मंसूबों पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह अपने एजेंडे को पूरा करने में लगी है और वह एजेंडा हिंदू राष्ट्र का एजेंडा है.
एनएपीएम की अरुंधती धुरु ने कहा कि हिमाचल प्रदेश, नागालैंड, उत्तराखंड जैसे अन्य कई राज्यों में भी संविधान ने विशेष प्रावधान किए हैं, किन्तु कश्मीर में क्योंकि मुस्लिम-बहुल आबादी है, इसलिए हिंदुत्व के एजेंडे के तहत उसका दमन किया जा रहा है! रिहाई मंच के श्री शोएब ने कश्मीर की गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल देते हुए कहा कि राजशाही के खिलाफ जब कश्मीरी अवाम लड़ रही थी तब आरएसएस ‘प्रजा परिषद’ के नाम से राजा का साथ दे रही थी. उन्होंने कश्मीर के सवाल को जनता के बीच ले जाने का आह्नान किया. इप्टा के राकेश ने मुक्तिबोध की कविता सुना कर आज के हालात का बयान किया. पत्रकार नासिरुद्दीन ने कहा कि आज हमारे देश के इतिहास को झूठ बोलकर बदलने की साजिश की जा रही है .
अंत में धारा 370 व 35-ए को बहाल करने, जम्मू-कश्मीर को पुनः राज्य का दर्जा देने, काले कानून आफ्स्पा को समाप्त करने की मांग व कश्मीरी जनता के साथ एकजुटता के संकल्प के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ. कार्यक्रम में जसम के साथी कौशल किशोर, अजय शर्मा, रंजना, कमल, कमलेश आदि प्रमुख लोग उपस्थित थे.