बिहार राज्य रसोइया संघ का प्रथम दरभंगा जिला सम्मेलन लहेरियासराय आदर्श मध्य विद्यालय में 13 अक्टूबर 2019 को आयोजित हुआ। सम्मेलन की अध्यक्षता पांच सदस्यीय अध्यक्ष मंडल ने किया. सम्मेलन का उदघाटन करते हुए ऑल इंडिया स्कीम वर्कर्स फेडरेशन की राष्ट्रीय संयोजक एवं बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ की राज्य अध्यक्ष शशि यादव ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार व राज्य की नीतीश कुमार की सरकार महिला सशक्तिकरण की ढोंग करती हैं, वहीं हमारी रसोइया बहनें हों, आशा बहनें हों या फिर आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाएं हों, सभी से बंधुआ मजदूर के रूप काम करा रही हैं. उनकी वाजिब मजदूरी व सम्मान भी देने से ये सरकारें भाग रहीं हैं. ये सरकारें हम महिला बहनों को सस्ता श्रम समझना बंद करें। हम महिलाओं को अपना अधिकार लड़कर हासिल करना होगा. बिहार राज्य रसोईया संघ की राज्य अध्यक्ष सरोज चौबे ने कहा कि विद्यालय रसोइयों की एकजुटता लगातार मजबूत हो रही है. सरकार की संवेदनहीनता व उदासीनता के खिलाफ रसोइयों के संघर्ष को और मजबूत करना होगा. उन्होंने कहा कि तमाम ट्रेड यूनियनों के आह्नान पर 8 जनवरी 2020 की मजदूर हड़ताल में रसोइया संघ भी मजबूती से उतरेगा और हड़ताल भी करेगा. उन्होंने पटना में 20 अक्टूबर को आयोजित होने वाले संगठन के राज्य सम्मेलन को सफल करने का आह्वान किया. ऐक्टू के जिला सचिव मिथिलेश्वर सिंह ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा मजदूरों के अधिकारों पर लगातार जारी हमले के खिलाफ संगठन व एकता को मजबूत करते हुए आंदोलन तेज करना होगा. सम्मेलन को भाकपा(माले) के राज्य कमिटी सदस्य अभिषेक कुमार, निर्माण मजदूर यूनियन के जिला सचिव रामनारायण पासवान, आशा कार्यकर्ता संघ के नेता उमेश साह, ऐपवा की जिला सचिव शनीचरी देवी आदि ने भी संबोधित किया. सम्मेलन के सांगठनिक सत्र में जिला संयोजक पप्पू पासवान ने कामकाज की रिपोर्ट पेश की. बहस के बाद रिपोर्ट को सर्वसम्मति से पारित किया गया. का. सरोज चौबे के पर्यवेक्षण में 21 स्दस्यीय दरभंगा जिला परिषद का चुनाव हुआ. जिसके सम्मानित अध्यक्ष पप्पू पासवान, अध्यक्ष सुरेंद्र पासवान और जिला सचिव संतरा देवी चुनी गई.