बरारी (भागलपुर) के संतनगर में निर्माणाधीन पानी टंकी में कार्यरत डेली वेजेज निर्माण मजदूरों को प्रबंधन ने पिछले करीब दो महीने से मजदूरी का भुगतान नहीं किया है. मजदूरी मांगे जाने पर प्रबंधन द्वारा उल्टा काम से निकाल देने की धमकी दी जाती है. प्रबंधन के इस अन्यायपूर्ण रवैये से परेशान मजदूरों ने 28 जुलाई को बकाया मजदूरी की भुगतान के लिए काम बंद कर प्रबंधन के खिलाफ अपना विरोध जताया.
ऐक्टू के जिला संयुक्त सचिव अमर कुमार व बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन के जिला संयुक्त सचिव चंचल पंडित ने कार्यस्थल पर पहुंच कर मजदूरों का समर्थन किया. उन्होंने मजदूरों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करते हुए प्रबंधन की नियत पर सवाल खड़ा किया. उन्होंनों कहा कि ये अत्यंत निंदनीय है कि मजदूरों को दो महीने से मजदूरी नहीं दी गई है, जबकि ये सभी मजदूर डेली वेजेज पर काम कर रहे हैं. कायदे से प्रतिदिन के काम के बाद संध्या में इन्हें मजदूरी मिल जानी चाहिए.
करीब 4 घंटे की कामबंदी के बाद प्रबंधन की ओर से अगले मंगलवार को मजदूरी भुगतान का वादा किया गया. इसके बाद मजदूर काम पर लौट गए.
ऐक्टू के जिला सचिव मुकेश मुक्त ने चेतावनी दी कि अगर प्रबंधन ने अपने वादे के अनुसार निर्धरित समय पर बकाया मजदूरी का भुगतान नहीं किया तो फिर से काम बंद किया जाएगा और मामले को श्रम अधीक्षक और जिला पदाधिकारी तक ले जाया जाएगा.