बाढ़ कटाव से पीड़ित पश्चिम चंपारण जिले के सिकटा-मैनाटाड़ प्रखंडों के हजारों लोगों ने बाढ़ से सुरक्षा की व्यवस्था की मांग पर विगत 21 फरवरी 2022 को जिला मुख्यालय बेतिया में प्रदर्शन किया.
भाकपा(माले) के बैनर तले जिला समाहर्ता के समक्ष आयोजित प्रदर्शन को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) केन्द्रीय कमिटी के सदस्य और सिकटा के विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि पिछले कई सालों से सिकटा प्रखंड के मोगलहिया, सुंदर गांवा, विराईठ, कदमवा, महेसड़ा, सोनवर्षा, खाप टोला और मैनाटांड़ प्रखंड के बिरंची-3, भंगहा, इनरवा, भोगाड़ी टोला, बकुलहिया, धोकराहा, सिकटा, सुर्यपुर जैसे गांवों की दोहरम, बिरहा, ओरिया जैसी नदियों के कटाव से पीड़ित है, बाढ़ व कटाव से सुरक्षा का कोई कार्य नहीं कर नीतीश सरकार जनता के जीवन-जीविका के साथ खिलवाड़ कर रही है.
का. वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने नीतीश सरकार पर गरीबों की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि विगत एक साल से वे बाढ़ व कटाव से बचाव हेतु जगह-जगह ठोकर, चैनल व बांध के निर्माण को लेकर सरकार के पास लिखित आवेदन देते आ रहे हैं. इसके बावजूद आज तक उन निर्माण स्थलों का चयन नहीं किया है. यह नीतीश सरकार द्वारा जनता के जीवन व जानमाल के प्रति बरती जा रही अपराधिक लापरवाही का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि नेपाल से आने वाली तेज बहाव की नदियों से हर साल सैकड़ों गांव तबाह हो रहे हैं. आम जनता को इससे भारी बर्बादी झेलनी पड़ती है, पिछले कुछ वर्षों से बिरंची-3 गांव में 232 घर कट गये हैं. 2021 में ही बिरंची-3 गांव में 22 घर कट गये. इसके अलावे बकुलहिया, कदमवा, महेशड़ा आदि गांवों के भी सैकड़ों घर कट गये हैं. सैकड़ों एकड़ भूमि नदी की धार में विलीन हो गई है और सैकड़ों एकड़ जमीन में बालू भर गया है. हजारों एकड़ कृषि भूमि पर लगी फसलें नष्ट हो गई हैं. अचरज की की बात है कि इस साल भी जल संसाधन विभाग द्वारा बाढ़-कटाव निरोधी स्थाई कार्यों की सूची में उपरोक्त वर्णित किसी भी गांव को चयनित नहीं किया गया है.
भाकपा(माले) जिला कमेटी के सदस्य सुनील कुमार राव, रविंद्र कुमार रवि, सुरेन्द्र चौधरी, फरहान रजा आदि नेताओं ने कहा कि भाजपा-जदयू की सरकार गरीबों और कमजोर वर्ग के अन्य लोगों को एक तरफ तो शिक्षा व रोजगार से वंचित कर रही है, वहीं दूसरी तरफ उसकी लापरवाही से बाढ़ की विभीषिका से गरीबों के घर और खेत तबाह हो रहे है. उनके अलावा सुजायत अंसारी, संजय मुखिया, वीरेन्द्र पासवान, रिखन साह, इस्लाम अंसारी, कलाम अंसारी, कैलाशन मुखिया, रामजी साह आदि नेताओं ने भी प्रदर्शन व सभा को संबोधित किया.
– सुनील यादव