वर्ष - 28
अंक - 41
28-09-2019

बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ (संबद्ध, ऐक्टू व ऑल इंडिया स्कीम वर्कर्स फेडरेशनद्ध का राज्य सम्मेलन आगामी 20 अक्टूबर 2019 को पटना में आयोजित होगा. इसकी तैयारी के सिलसिले में विभिन्न जिलों में बैठकें व सदस्यता अभियान जारी है. इसी दौरान कुछ जिलों व प्रखंडों में सम्मेलन भी आयोजित हुए हैं. विगत 15 सितंबर को रसोइया संघ का पहला कटिहार जिला सम्मेलन बारसोई के पीडब्ल्यूडी मैदान में आयोजित किया गया. सम्मेलन से पूर्व सघन अभियान चलाया गया और 148 सदस्य बनाए गए.

सम्मेलन का उद्घाटन रसोइया संघ की अध्यक्ष सह ऑल इंडिया स्कीम वर्कर्स फेडरेशन की राष्ट्रीय संयोजक का. सरोज चौबे ने किया. सम्मेलन के मुख्य अतिथि भाकपा(माले) के केंद्रीय कमेटी सदस्य कामरेड महबूब आलम थे. सम्मेलन की अध्यक्षता व संचालन का. जूही आलम ने किया. सममेलन में आइसा के राज्य उपाध्यक्ष काजिम इरफानी भी मौजूद थे.

anganwari katihar

 

juhiसम्मेलन का उद्घाटन करते हुए का. सरोज चौबे ने कहा कि मजदूरों के प्रति सरकार की बेरुखी व दमनात्मक रवैये के खिलाफ आज ही से ऐक्टू का ‘राष्ट्रीय अधिकार व सम्मान अभियान’ चलाया जा रहा है. केंद्र सरकार रसोइयों के प्रति संवेदनहीन बनी हुई है. बिहार में रसोइयों ने 40 दिन की ऐतिहासिक हड़ताल करके रसोइयों के मानदेय में राज्य सरकार से 250 रुपये की बढ़ोत्तरी करवाई. लेकिन केन्द्र की मोदी सरकार ने अपनी ओर से रसोइयों के मानदेय में एक पैसा भी नहीं बढ़ाया, जबकि रसोइयों पर काम का बोझ लगातार बढ़ता ही जा रहा है.

का. महबूब आलम ने कहा कि हड़ताल के दौरान बिहार विधान सभा के भीतर भाकपा(माले) ने रसोइयों के पक्ष में जोरदार संघर्ष चलाया और संवेदनहीन सरकार को झुकाया. केन्द्र व राज्य की सरकारें गरीब-विरोधी, महिला-विरोधी चरित्र की हैं. इनके खिलाफ जोरदार संघर्ष चलाना हेागा. कामरेड काजिम इरफानी ने कहा कि आइसा रसोइयों के न्यायपूर्ण संघर्ष में हमेशा साथ रहेगा.

ऐपवा नेत्री का. जूही आलम ने कहा कि पिछली हड़ताल के बाद जब हमने कटिहार जिले में रसोइयों को संगठित करने की कोशिश शुरू की और रसोइया बहनों ने तेजी से बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ के बैनर तले संगठित होना शुरू कर दिया तो दलाल चरित्र वाले कुछ नेताओं ने फोन कर मुझसे कहा कि क्यों हमारे पेट पर लात मार रही हैं? रसोइयों का शोषण केवल सरकार नहीं कर रही है बल्कि दलाल संगठन भी कर रहे हैं. इसीलिए, पूरे जिले में हमें एक मजबूत संगठन व आंदोलन खड़ा करना होगा.

नवनिर्वाचित 15-सदस्यीय जिला कमेटी की सचिव का. जूही आलम बनीं. कामरेड फरीजुल रहमान इसके अध्यक्ष चुने गए.

– सरोज चौबे