पटना जिले के कररिया (मसौढ़ी) में भाकपा(माले) ने 24 अक्टूबर 2019 कोएक जनसभा आयोजित कर वहां बलात्कार व हत्या की शिकार हुई पूजा कुमारी के हत्यारों व बलात्कारियों को कठोर सजा देने की मांग की. सभा में ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव का. मीना तिवारी, पूर्व सांसद व वरिष्ठ पार्टी नेता का. रामेश्वर प्रसाद, खेग्रामस के राज्य सचिव का. गोपाल रविदास, ऐक्टू के नेता का. कमलेश कुमार, ऐपवा नेत्री अनिता सिन्हा व जिला अध्यक्ष का. लीला वर्मा, जिले के माले नेता सत्यनारायण प्रसाद, नागेश्वर पासवान, संजय पासवान व दिनेश चौधरी, लोकप्रिय मुखिया का. आशा देवी सहित बड़ी संख्या में नेता-कार्यकर्ता मौजूद थे, सभा में चरमा, खरांट, शाहाबाद, करांय, बैदौली, दरियापुर और पीतवांस आदि समेत आसपास के गांवों से आए सैकड़ों महिलाओं व पुरुषों के साथ ही पूजा कुमारी की मां प्रमिला देवी व भाई दीपक व गौतम भी शामिल थे. पूजा कुमारी के तैल चित्र पर माल्यार्पण के बाद मौन श्रद्धांजलि दी गई.
का. मीना तिवारी व का. रामेश्वर प्रसाद सहित सभी लोगों ने पूजा कुमारी के घर जाकर उनके शोक संतप्त परिजनों को ढांढ़स दिया और उनको न्याय दिलाने की लड़ाई को आगे बढ़ाने का विश्वास दिलाया. जनसभा को संबोधित करते हुए का. मीना तिवारी ने कहा कि जब पूरा देश दशहरे का जश्न मना रहा था, वहशी गुंडों ने घर में अकेली पाकर हमारी एक बहन, एक बेटी पूजा कुमारी के साथ बर्बर सामूहिक बलात्कार को अंजाम दिया और साक्ष्य मिटाने के लिए घृणित तरीके से उसकी हत्या कर दी. पूजा कुमारी ने वहशियों का जबरदस्त प्रतिकार किया और लड़ते-लड़ते शहीद हो गई. उन्होंने कहा कि साफ है कि सत्ता के संरक्षण में पल रहे ये अपराधी जदयू और भाजपा के हैं और उन्हें बचाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने घटना की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग की.
का. रामेश्वर प्रसाद ने कहा कि हमें पूछना चाहिए कि इस क्षेत्र के विधायक और सांसद इस अन्याय के खिलाफ क्यों नहीं बोल रहे? का. गोपाल रविदास ने कहा कि भाकपा(माले) पीछे नहीं हटनेवाली. वह पूजा कुमारी को न्याय दिलाने के लिए शुरू किए गए संघर्ष को अंजाम तक पहुंचाएगी. अपराधियों को जरूर ही उनकी करनी की सजा दिलाएगी. उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन के ‘लंबे हाथ’ अपराधियों को पकड़ने व सजा दिलाने के लिए हैं या उनको बचाने के लिए? उन्होंने अपराधियों को भी जो पीड़ित परिवार को लगातार धमकी दे रहे हैं, सख्त चेतावनी दी.
सभा को पार्टी के राज्य कमेटी सदस्य का. सत्यनारायण, कमलेश कुमार, संजय पासवान, उमा यादव, आशा देवी और लीला वर्मा ने भी संबोधित किया. सभा का संचालन का. विनेश कुमार चौधरी ने किया। पूजा कुमारी के बलात्कार और हत्या में शामिल अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार करने, पीड़ित परिवार को 5 लाख रु. का मुआवजा देने और परिजनों की सुरक्षा की गारंटी करने की मांग संबंधी प्रस्ताव सभा ने पारित किए. आगामी 5 नबम्बर को आहूत मसौढ़ी प्रखंड कार्यालय घेराव और 9 नबम्बर को पटना में होनेवाली खेग्रामस की राज्यस्तरीय रैली में भी ये मांगे उठाई जाएंगी.
घटना की सूचना मिलने ही का. गोपाल रविदास के नेतृत्व में कररिया गांव पहुंचे भाकपा(माले) जांच दल ने इसमें भाजपा-जदयू समर्थित गुंडों की संलिप्तता उजागर की. अपना नाम खुलता देख अपराधियों ने पुलिस के साथ गठजोड़ कर पूरे मामले को दबा देने की कोशिश तेज कर दी. भारी जन दबाव के बाद पुलिस ने खोजी कुत्ते मंगाए. ये कुत्ते 4 घरों में घुसे जहां खून से सने हुए कपड़े और वह सीढ़ी पाई गई. मसौढ़ी थाना पुलिस ने इस मामले में 6 लोगों (दो महिलाओं व चार युवकों) को पकड़ा व उन्हें थाना ले आई. लेकिन, 9 अक्टूबर की आधी रात को दोनों महिलाओं को छोड़ दिया. सीनियर एसपी गरिमा मलिक का बयान आया कि घटना का उद्भेदन हो गया है और चार अपराधियों की संलिप्तता पाई गई है. लेकिन, घटना के तीन दिनों बाद एक अपराधी को जेल भेजकर बाकी तीन को यह कहते छोड़ दिया गया कि वे घटना में शामिल नहीं हैं.
इसके विरोध में भाकपा(माले), कांग्रेस व महिला संगठनों जब आंदोलन छेड़ा तो प्रखंड विकास पदाधिकारी की ओर से आंदोलनकारी नेताओं का. सत्यनारायण प्रसाद, कमलेश कुमार, प्रेमचंद साहनी और महिला नेता उमा यादव आदि पर आगजनी करने, बलवा फैलाने और गोली चलाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर दिया गया.