वर्ष - 28
अंक - 46
02-11-2019

पार्टी नेता व बुढ़मू एरिया सचिव का. बुधुआ उरांव (विगत 21 अक्टूबर को  जिनका असामयिक निधन हो गया) की श्रद्धांजलि सभा 30 अक्टूबर 2019 को बुढ़मू अस्पताल मोड़ पर आयोजन की गई. पार्टी नेताओं व स्थानीय ग्रामीणों के साथ ही सभा में शामिल बिभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के प्रतिनिधियोे ने का. बुधुआ उरांव के तस्बीर पर माल्यार्पण किया और दो मिनट का मौन धारण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.

सभा को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) केंद्रीय कमेटी के सदस्य का. शुभेंदु सेन ने कहा कि का. बुधुआ उरांव जंगल व जमीन बचाओ आंदोलन के अग्रणी नेता थे. वे राजनीतिक प्रतिबद्धता के मिसाल थे. वे अपने विचारों पर हमेशा अडिग रहे. न कभी बिचार बदला और न ही पार्टी बदली. वे हमेशा हमारे आंदोलन के प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे. झामुमो नेता शमीम अंसारी ने कहा कि गरीवों को कैसे लड़ना सिखाया जाता है यह हम उनसे सीख सकते हें. उन्होंने सामाजिक समरसता और सद्भाव के रास्ते समाज को नए सिरे से गठित करने का काम किया. आजसू नेता रामजीत गंझू ने कहा कि उन्होंने गरीवों के आंदोलन का बखूबी नेतृत्व किया. उनका हमारे बीच से असमय चला जाना एक अपूरणीय क्षति है. भाकपा(माले) जिला सचिव का. भुवनेश्वर केवट ने कहा कि बुधुआ उरावं बुढ़मू के मजदूरों, किसानों  और गरीबों की लड़ाई को आगे बढ़ाने में हमेश हमारे मार्गदर्शक बने रहेंगे.

सभा को पंचायत समिति के सदस्य का. परमानंद तिवारी, हरदेव साब, बिनोद साव, चांदनी उरांव, उमेश यादव, तस्लीम अंसारी, चंदा उरांव, रामकिशुन लोहरा, महाबीर मुंडा, आबिद अंसारी, आईती तिर्की, लालकु मुंडा, किशोर खंडित, सिंघी खलखो, लालो मुंडा आदि ने भी संबोधित किया.