भाकपा(माले) की पश्चिम बंगाल राज्य कमेटी के सदस्य का. बिमान बिश्वास का गत 11 सितम्बर 2019 को 71 वर्ष की आयु में कोलकाता मेडिकल काॅलेज में निधन हो गया.
पार्टी के पुनर्गठन के दौर से ही, जब पार्टी भूमिगत थी, कामरेड बिमान ने पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के धुबुलिया, चापड़ा, नाकाशीपाड़ा आदि क्षेत्रों में भाकपा(माले) को संगठित करने में अनुकरणीय भूमिका निभाई थी. एक लोकप्रिय किसान नेता के रूप में समूचे इलाके में उनका सम्मान किया जाता था. जब 1979 में नदिया में साम्प्रदायिक दंगा फूट पड़ा, तो उन्होंने इस भ्रातृघाती दंगे के खिलाफ लोगों को संगठित करने में प्रशंसनीय भूमिका निभाई थी और समूचे क्षेत्र में लम्बे अरसे के लिये शांति कायम कर दी थी.
उन्होंने राज्य दमन की नृशंसता को भी झेला था और उन्हें कई बार आपराधिक आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया था, मगर तमाम प्रतिकूल परिस्थितियों को धता बताते हुए कामरेड बिमान ने भूमिहीन एवं गरीब किसानों को भूमि, मजदूरी के सवालों पर और पंचायत प्रणाली के भ्रष्टाचार के खिलाफ सफलतापूर्वक गोलबंद किया. उनको पश्चिम बंगाल के उन विभिन्न जिलों में जहां उन्होंने पार्टी का विस्तार करने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, इलाके के कामरेड हमेशा याद करते रहेंगे और उनकी अनुपस्थिति उनको खलती रहेगी. कामरेड बिमान का निधन पश्चिम बंगाल में पार्टी के लिये बड़ी क्षति है.
कामरेड बिमान बिश्वास को लाल सलाम!