शासक भाजपा द्वारा बरपा किए जा रहे आतंक का मुकाबला करते हुए त्रिपुरा में भाकपा(माले) ने जन संपर्क अभियान चलाया. उदयपुर के खिलपाड़ा में एक जन सभा आयोजित की. उन्होंने अपने अभियान में 15 मांगें उठाईं. उनमें कुछ प्रमुख मांगें इस प्रकार थीं:
सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधा शुल्कों में वृद्धि करने के अमानवीय फैसले को पफौरन वापस लो; बढ़ी हुई बिजली दरों व पेय जल टैक्स को वापस करो; खाली पड़े सरकारी पदों को जल्द भरो, स्कीम वर्करों की छंटनी बंद करो, ‘मनरेगा’ के तहत न्यूनतम 340 रुपये की मजदूरी तथा 200 दिनों का काम सुनिश्चित करो; राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) और अन्य काले कानूनों को रद्द करो; त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में एनआरसी लागू नहीं करो; नागरिकता संशोधन बिल को रद्द करो आदि.
इस अभियान के दौरान सांप्रदायिक फासिस्ट भाजपा के हमलों से लोकतंत्र और संविधान को बचाने का भी आह्वान किया गया. जन संपर्क अभियान का नेतृत्व भाकपा(माले) केन्द्रीय कमेटी सदस्य व राज्य सचिव का. मृण्मय चक्रवर्ती एवं पार्थ कर्मकार समेत अन्य नेताओं ने किया.