शहर के अंदर अतिक्रमण के नाम पर उजाड़े गए पटरी दुकानदारों ने 17 सितम्बर 2019 को रायबरेली के विकास भवन प्रांगण में शहरी गरीब मोर्चा के बैनर तले बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदार्शनकारियों ने ‘पटरी दुकानदारी अतिक्रमण नहीं रोजगार का साधन है’, ‘रोजगार का साधन छीनना बंद करो’ के जोरदार नारे लगाए.
विकास भवन में हुई सभा को संबोधित करते हुए शहरी गरीब मोर्चा के अध्यक्ष का. विजय विद्रोही ने कहा कि देश का संविधान जीने के अधिकार को मौलिक अधिकार मानता है, और पटरी दुकानदारों के लिए ‘स्ट्रीट वेंडर एक्ट’ बना है. मगर प्रशासन द्वारा इन सबको धत्ता बताते हुए गरीबों को उजाडा जा़ रहा है. पटरी दुकानदार अतिक्रमणकारी नहीं हैं. वे रोजगार कर किसी तरह जीवन यापन करनेे वाले गरीब हैं. उन्हें उजाड़ना गरीब विरोधी व अन्यायपूर्ण काम है. रायबरेली में गरीब उजाड़ो अभियान नहीं चलेगा.
उन्होंने कहा कि प्रशासन जो अतिक्रमण की असली वजहों को नहीं ठीक कर रहा है. हर जगह फुटपाथों पर गाड़ियां खड़ी रहती हैं. शहर में पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है. महंगी सरकारी जमीनों पर कब्जा जमाकर अमीरों के महल बने हैं. मगर गरीबों की दुकानें हटाई जा रही है. उन्होंने कहा कि पटरी दुकानदारों को उनके रोजगार की जगह पर पुनः नहीं बसाया गया तो और बड़ा आंदोलन होगा,
सभा में अमित त्रिवेदी, हंसराज, राजू सोनकर, बबलू, सुरेश सोनकर, मोहम्मद आबिद, राजेश सोनी, अनुराग कश्यप, हैदर, पंकज त्रिपाठी, अरविंद सोनी, शोभन प्रसाद, संजीत कुमार आदि ने अपनी बात रखी. सभा का संचालन भाकपा(माले) नेता अफरोज आलम ने किया.