वर्ष - 33
अंक - 47
22-11-2024

पूर्णिया जिले में बदलो बिहार न्याय यात्रा 18 अक्टूबर को श्रीनगर के ओरेला गांव से खाना खाने के बाद 11बजे दिन से आरंभ हुई. न्याय यात्रा का नेतृत्व जिला सचिव का. विजय कुमार, का. मोख्तार, का. सुलेखा देवी, का. वासुदेव शर्मा, का. इस्लामुद्दीन, का. चतुरी पासवान, का. अविनाश पासवान आदि सभी जिला कमेटी सदस्यों के अलावा स्थानीय साथियों – का. चन्द्र शेखर राय, का. संजय महलदार, का. रंजना देवी, का. महावती देवी, का. अख्तर, का. ईमानी, का. फुरकान आदि के साथ 52 साथियों का काफिला निकला जिसमें 12 महिलायें और 25 नौजवान थे.

पद यात्रा ओरेला से चल कर फरियानी, खरकट्टा, श्रीनगर कोआपरेटिव बाजार, हाई स्कूल चौक, हसेली ईदगाह चौक, में सभा करते हुए कालीबाड़ी गांव पहुंची. इस बीच लगभग 25 छोटे-बड़े गांवों जनसम्पर्क हुआ और 20 किलोमीटर चलकर कालीबाड़ी में नाश्ता हुआ और ओरेला गांव में विश्राम. पूरी प्रचार-यात्रा के आगे बैनर-झंडों से सजा प्रचार रथ चल रहा था और पीछे से थके हुए नेताओं के लिए दो कारें भी चल रही थीं.

19 अक्टूबर को 11 बजे जलालगढ़ के लिए प्रस्थान किया गया. 12 बजे जलालगढ़ में खाना खाने के बाद और मिश्री नगरए जलालगढ़ बाजारए दनसारए बेगमपुर बाजारए भठेली में जनसभा करते हुए 13 महिला साथियोंए 15 नौजवानों के साथ 35 लोगों का यह जत्था 15 किलोमीटर की दूरी तय कर 9 बजे रात्रि धमदाहा के ब्रजेश ग्राम पहुंचा

20 अक्टूबर को 11बजे ब्रजेश ग्राम में शहीद स्मारक पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर जत्था निकल कर मदरौनी पहुंचा. तेलिया जोत, बंशीपुरनदाह, डोमा चौक, कुंवारी कोठी, धारटोला सतमी, बघवां आदि गांवों में 7 सभाएं हुईं और 12 किलोमीटर दूर तय फिर से ब्रजेश ग्राम में रात्रि विश्राम हुआ.

21 अक्टूबर को यात्रा कोठी प्रखंड के अशोक ग्राम पहुंची और वहां से 50 साथियों का काफिला नवटोलिया, जयनगरा होते हुए बड़हरा कोठी पहुंची. वहां कबुतरा चौक और बस स्टैंड पर सभा कर यात्रा का समापन किया गया और पुनः अशोक ग्राम में रात्रि विश्राम किया गया.

22 अक्टूबर को 8 बजे नाश्ता करके बदलो बिहार न्याय यात्रा फिर से शुरू हुई. विशुनपुर गांव में एक छोटी सभा करने के बाद पद यात्रा विशनपुर चौक पहुंची और सभा कर रुपौली के लिए प्रस्थान कर गई. यहां 25 अगस्त 1942 को शहीद हुए लोगों के स्मारक पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित करने के बाद खादी भंडार प्रांगण से ‘बदलो बिहार न्याय यात्रा’ बिरौली के लिए चल पड़ी. बिरौली चौक पर सभा करने के बाद यात्रा आझोकोपा पहुंची और फिर वहां से गोरियर चौक, टिकापट्टी चौक, डुमरी बाजार में सभा करते हुए और कई गांवों से होते हुए टोपरा में रात्रि विश्राम किया गया. आज की यात्रा में करीब सवा सौ लोग शामिल थे.

23 अक्टूबर 2024 को टोपरा में नाश्ता करने के बाद 11बजे यात्रा आगे निकली. स्थानीय साथियों की उल्लासपूर्ण भागीदारी के साथ गगनभेदी नारों के साथ यात्रा मोहनपुर बाजार के विवेका चौक पहुंची जहां सभा आयोजित हुई. उसके बाद नवटोलिया, बहुती, डोभा चौक पर सभा करने के बाद ग्वालपाड़ा में भोजन हुआ. फिर जत्था छर्रापट्टी बाजार में सभा की गईउस दिन पद यात्रा ने लगभग 12 किलोमीटर की दूरी तय कर ली थी. रात्रि 7 बजे यात्रा का समापन हुआ.

पूर्णिया जिले में पदयात्रा ने 90, किलोमीटर की दूरी तय की. इस दौरान सवा सौ से अधिक महिलायें और उतने ही नौजवान साथियों ने पार्टी नेताओं के साथ 88 गांवों में जनसंपर्क व संवाद किया. यात्रा 18 से 23 अक्टूबर तक लगातार चलती रही.

लोगों ने कहा कि भाकपा(माले) ही भाजपा-जदयू के जन विरोधी सरकार के खिलाफ लड़ते रही है. उनका कहना था कि मनरेगा को लेकर बड़ा आंदोलन खड़ा करना चाहिए. केन्द्र-राज्य सरकार विधि-व्यवस्था, महंगाई, बेरोजगारी, प्रखंड़ में व्याप्त भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है. लोगों ने न्याय यात्रा के सभी 6 मुद्दों का समर्थन किया और भाकपा(माले) के नेतृत्व में ही बदलाव की उम्मीद जतायी.