वर्ष - 33
अंक - 41
05-10-2024


आशा वर्कर्स यूनियन (संबद्ध-ऐक्टू) का पहला उत्तरप्रदेश राज्य सम्मेलन एक अक्टूबर को लखनऊ के नेहरू युवा केंद्र (चौक) में संपन्न हुआ.

राज्य सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए ऑल इंडिया स्कीम वर्कर्स फेडरेशन की राष्ट्रीय महासचिव व बिहार विधान परिषद सदस्य का. शशि यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने खुद आशा का 6700 + अन्य कार्यों की प्रोत्साहन राशि व संगिनी बहनों का 11000 + अन्य सेवाओं की प्रोत्साहन राशि देने की बात कही, लेकिन यह भी अभी तक सरकारी जुमला ही बना हुआ है. उन्होंने ने कहा कि आशा समाजसेविका नहीं, कर्मचारी है जिसकी मान्यता श्रम सम्मेलन से मिली है. इनको न्यूनतम वेतनमान व पीएफ, ईएसआई, पेंशन का लाभ दिया जाना चाहिए. प्रदेश भर में आशा व आशा संगिनी का 4-6 माह तक संपूर्ण मानदेय बकाया रहता है. बहुत अल्प प्रोत्साहन राशि में रात दिन श्रम करने वाली आशा व आशा संगिनी भुखमरी की शिकार होती रहती हैं, किंतु उस अल्प अपमानजनक कथित मानदेय के भुगतान की चिंता न एनएचएम को रहती है और न सरकार को.

मुख्य अतिथि भाकपा(माले) के राज्य सचिव का. सुधाकर यादव ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी-योगी सरकार महिलाओं के विकास का नगाड़ा पीट रही है लेकिन सच्चाई इसके उलट है. बार-बार ध्यान आकर्षित करने के बावजूद सरकार न्यूनतम वेतन के प्रश्न को सुनने को तैयार नहीं है और न ही भविष्य निधि, ग्रेच्युटी, किसी भी तरह की सामाजिक सुरक्षा, वार्षिक अवकाश, मातृत्व अवकाश देने के लिए तैयार है.

ऐक्टू के प्रदेश अध्यक्ष विजय विद्रोही ने कहा कि  सरकार में चुनावी वर्ष में समारोह पूर्वक आशा कर्मियों को मोबाइल भेंट किए थे. अब उन्हें कचरा मोबाइल से कार्य का डाटा  फीड करने और आयुष्मान कार्ड बनाने का फरमान जारी किया है. डाटा उधार, 2 जी नेटवर्क, दूरदराज ग्रामीण जीवन में नेटवर्क संकट, उस पर 1 घंटे की ट्रेनिंग पर कंप्यूटर ऑपरेटर का कार्य करने का दबाव बनाया जाता है.

उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मी ने कहा कि सरकार महिलाओं की बेहतरी के लिए बड़ी-बड़ी योजनाएं लाने की बात कर रही है लेकिन आशा कर्मचारियों की न्यूनतम राशि भी सरकार देने को तैयार नहीं है.

सम्मेलन के दूसरे सत्र में निवर्तमान राज्य सचिव राना सिंह द्वारा पेश की गई रिपोर्ट पर चर्चा हुई. सम्मेलन से लक्ष्मी देवी को अध्यक्ष, रेखा मौर्या, संगीता, आशा कुशवाहा को उपाध्यक्ष, अंजू कटियार को सचिव तथा निर्मला, निर्मला देवी, गीता गोंड व जय श्री को संगठन सचिव, संगीता को प्रचार सचिव, जौली वैश्य व रेखा उपसचिव चुनी गई.

सम्मेलन को इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य सचिव सुनील मौर्य और आइसा के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष कुमार ने संबोधित किया. संचालन जयश्री ने किया. सम्मेलन में 23 जिलों से 250 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया.

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