शिक्षक नियुक्ति में डोमेसाइल नीति वापस लेने के खिलाफ आइसा ने विगत 29 जून 2023 को पटना विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार प्रदर्शन किया. आइसा नेताओं ने कहा कि शिक्षक नियुक्ति में डोमेसाइल नीति खत्म करने का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है. शिक्षक अभ्यर्थी बहाली के इंतजार में बैठे हैं लेकिन सरकार बहाली प्रक्रिया में लगातार अड़चन पैदा कर रही है. यह बिहार के युवाओं के साथ नाइंसाफी है.बिहार जैसे राज्य में जहां पहले से ही बहुत ज्यादा बेरोजगारी है, डोमेसाइल नीति खत्म करना कही से भी उचित नहीं है.
आइसा ने कहा कि बिहार के शिक्षा मंत्री का बिहार में योग्य अभ्यर्थी न मिलने वाला बयान निंदनीय है. अगर ऐसी बात है तो शिक्षा मंत्री को इस पर भी जवाब देना चाहिए कि ऐसा क्यों है? लगभग 14 राज्यों में डोमेसाइल नीति लागू है. बिहार में युवाओं की मांग पर इसे लागू किया गया था लेकिन बिना किसी स्पष्टीकरण के इसे हटा दिया गया. झारखंड में प्राथमिक शिक्षक बहाली में शत प्रतिशत डोमिसाइल लागू है. मध्यप्रदेश में भी यह नीति लागू है. बिहार सरकार को अपने युवा बेरोजगारों के बारे में चिंतित होना चाहिए और तर्कसंगत फैसला व रास्ता अपनाना चाहिए.