वर्ष - 31
अंक - 8
19-02-2022

विगत 12 फरवरी 2022 को मथुरा सिंह पटेल प्राथमिक विद्यालय, बीरकजी, फ़ुलपुर, प्रयागराज में इफको ठेका मजदूर संघ (सम्बद्ध ऐक्टू) का 22वां वार्षिक सम्मेलन संम्पन्न हुआ.

सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए मुख्य वक्ता ऐक्टू के राज्य सचिव का. अनिल वर्मा ने कहा कि जिस तरह से किसानों ने शहादत देते हुए 13 महीने सड़क पर संघर्ष करके तीनों काले कृषि कानूनों को वापस कराया है, ठीक उसी तरह मजदूरों-कर्मचारियों को भी चारों श्रमिक कोड बिल को वापस कराना होगा.

ऐक्टू के राष्ट्रीय सचिव डाॅ. कमल उसरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की मौजूदा योगी सरकार ने सबसे ज्यादा नुकसान मेहनतकशों का ही किया है, इसलिए इस बार मजदूरों कर्मचारियों ने तय किया है कि इस तानशाह मजदूर विरोधी सरकार को सत्ता बाहर कर देंगे.

सम्मेलन ने विचार-विमर्श कर आगामी कार्यभार तय किए और नये पदाधिकारियों का चुनाव किया. जय प्रकाश को संगठन का अध्यक्ष, त्रिभुवन नाथ को उपाध्यक्ष, त्रिलोकी पटेल को महामंत्री, फूलचंद्र प्रजापति को कोषाध्यक्ष, मनोज कुमार को संयुक्त मंत्री, अमर सिंह कारे संगठन मंत्री तथा जगदीश कुमार को प्रचार मंत्री बनाया गया है. कामरेड देवानंद द्वारा धन्यवाद ज्ञापन और शहीद मजदूर साथियों को याद करते हुए दो मिनट का सामूहिक मौन श्रद्धांजलि देने के साथ सम्मेलन का समापन हुआ.

प्रयागराज के कर्नलगंज स्थित कार्यालय पर ऐक्टू से सम्बद्ध सफाई मजदूर एकता मंच का 8वां वार्षिक सम्मेलन संम्पन्न हुआ.

सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए ऐक्टू राज्य सचिव अनिल वर्मा ने कहा कि नगर निगम का क्षेत्रफल तो बढ़ता जा रहा है लेकिन स्थाई सफाई कर्मचारियों की भर्ती नहीं की जा रही है. स्वच्छता अभियान का दंम भरने वाली मोदी-योगी सरकार शहर की सफाई का जिम्मा आउट सोर्सिंग और ठेकेदारी प्रथा के भरोसे छोड़ चुकी है, सीवर में सफाई कर्मचारियों की होने वाली मौत के लिए पूरी तरह से सरकार जिम्मेवार है. सभी मजदूरों व कर्मचारियों को एकजुट होकर चार श्रमिक कोड बिल को वापस कराना होगा, सम्मेलन को ऐक्टू के राष्ट्रीय सचिव डाॅ. कमल उसरी ने भी संबोधित किया.

सम्मेलन ने रामसिया को अध्यक्ष, धर्मेंद्र, प्रेमचंद व अक्षय को उपाध्यक्ष, संतोष कुमार को सोतीलाल व अशोक कुमार को उनसचिव तथा रिंकू को कोषाध्यक्ष चुना. संत रविदास जयंती पर आयोजित हुए सम्मेलन के समापन पर एक दूसरे को बधाई देते हुए जातीय उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष करने का संकल्प लिया गया, शहीद सफाई कर्मचारी साथियों को याद करते हुए दो मिनट की सामूहिक मौन्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सम्मेलन का समापन हुआ.