मजदूर हित के श्रम कानूनों को खत्म कर केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा लेबर कोड बिल लाए जाने से खफा सैकड़ों मजदूरों ने अगस्त अभियान के समापन पर 27 अगस्त को भागलपुर में कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया. झंडे-बैनर व मांग पट्टिकाओं से लैस सैकड़ों महिला-पुरुष मजदूर कार्यालय अवधि के शुरु होते ही कलेक्टरेट कैंपस में बैठ गए और ‘श्रम कानूनों पर हमला मंजूर नहीं’, ‘लेबर कोड बिल वापस लो’, ‘सामाजिक सुरक्षा हित-लाभों में अनावश्यक देरी बंद करो’, ‘मजदूर व ट्रेड यूनियन अधिकार पर हमला नहीं सहेंगे’, ‘सभी असंगठित मजदूरों का निबंधन करना होगा’, ‘सामाजिक सुरक्षा का लाभ देना होगा’ आदि नारे बुलंद करने लगे.
कार्यक्रम का नेतृत्व ऐक्टू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का. एस. के. शर्मा व ऐक्टू के राज्य सचिव मुकेश मुक्त ने किया. प्रदर्शन को संबोधित करते हुए का. एस. के. शर्मा ने औद्यौगिक घरानों के मुनाफ़ाखोरी की लिप्सा को संतुष्ट करने के लिए मजदूरों के वर्षों के संघर्ष और अनगिनत शहादतों से हासिल श्रम कानूनों व अधिकारों को खत्म कर देने की नीयत से केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा किए जा रहे घृणित साजिश की विस्तृत चर्चा की. उन्होंने कहा कि लेबर कोड बिल मजदूरों के गुलामी का दस्तावेज है. लोकतांत्रिक देश में सरकार को मजदूर हित के श्रम कानूनों का सख्ती से पालन कराने की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए ना कि उसे खत्म करना.
का. एस. के. शर्मा, मुकेश मुक्त, राजेश कुमार, रितु देवी व सिपाही मंडल के जांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने शामिल रहे ने जिला पदाधिकारी कार्यालय को एक ज्ञापन सौंप कर मांग किया कि 1. निर्माण मजदूरों को मिलने वाली सामाजिक सुरक्षा हित लाभों को देने में की जा रही अनावश्यक देरी को दूर किया जाय व सभी निबंधित निर्माण श्रमिकों को अविलंब हित लाभ के भुगतान की गारंटी हो. 2. रिक्शा-ठेला चालको सहित सभी असंगठित क्षेत्र के मजदूरों का भी निबंधन शुरु किया जाय व निर्माण श्रमिकों के तर्ज पर उन्हें भी सामाजिक सुरक्षा का लाभ देने की गारंटी हो. 3. श्रम विभाग में कार्यबल (कर्मचारियों) के घोर अभाव को देखते हुए इसमें पर्याप्त कार्यबल बहाल किया जाय ताकि मजदूरों का काम सरल तरीके से और समय पर हो. 4. जिले में बनने वाले (निर्माणाधीन) निजी भवन मालिकों से भी नियमानुसार सेस वसूली की गारंटी हो. 5. लेबर कोड बिल वापस हो और सभी श्रम कानूनों का सख्ती से पालन हो. धरना-प्रदर्शन में ऐक्टू जिला उपाध्यक्ष विष्णु कुमार मंडल, कार्यालय सचिव अमर कुमार, संयुक्त सचिव इनोद पासवान, जिला कमेटी सदस्य अमित अरुण और जिला परिषद सदस्य वीरबल कुमार (जगदीशपुर) आदि समेत कई लोग शामिल रहे.
इसके पहले, 9 अगस्त को एआइसीडब्ल्यूएफ के राष्ट्रीय महासचिव एस. के. शर्मा के नेतृत्व में स्थानीय भीखनपुर गुमटी नं 12 चौक पर मजदूर विरोधी लेबर कोड बिल की विस्तृत जानकारी देते हुए इसके खिलाफ निर्माण मजदूरों से हस्ताक्षर लेकर अगस्त अभियान की शुरुआत की गई. 11 अगस्त को ऐक्टू व बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन के जिला कमिटी की विस्तारित बैठक कर 27 अगस्त को कलेक्ट्रेट पर धरना देने, सितम्बर माह में मजदूर कन्वेंशन का आयोजन करने सहित अगस्त अभियान को सफल बनाने की योजना बनायी गई. 13 से 25 अगस्त तक भागलपुर शहर सहित नाथनगर, शाहकुण्ड, जगदीशपुर, सबौर, गोराडीह, बिहपुर, खरीक आदि प्रखंडों में मजदूरों की छोटी-छोटी बैठकें व नुक्कड़ सभायें आयोजित कर हस्ताक्षर अभियान चलाया गया. मजदूरों के हस्ताक्षरयुक्त ’प्रधानमंत्री के नाम खुला-पत्र’ की प्रतियां केंद्र सरकार को सौंपे जाने तक अभियान जारी रहेगा.