गाजीपुर जिले में भाकपा (माले) की ओर से ‘भाजपा हराओ, यूपी बचाओ’ किसान-मजदूर संदेश यात्रा निकाली गई. यह यात्रा 14 दिसंबर को गाजीपुर के लंका स्थित बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के साथ शुरू हुई. उस दिन करन्डा, मेदनीपुर चट्टी, दीनापुर, बडसडा, धरम्मरपुर चट्टी पर नुक्क्ड़ सभाओं का आयोजन किया गया. एक सप्ताह तक सदर विधानसभा क्षेत्र के पचासों गांवों में जनसंपर्क किया गया और 32 जगहों पर सभा आयोजित हुई.
नेताओं ने कहा कि किसान अपना धान लेकर घूम रहा है लेकिन खरीद नहीं हो रही है. वहीं डीएपी व यूरिया की किल्लत के चलते उन्हें भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. महंगे दाम पर खरीद कर खेतों में डालना पड रहा है. विगत सात सालों के दौरान गैस सिलेंडर का दाम 450 रु. से बढ़ कर 1000 रु. हो गया है. डीजल-पेट्रोल के दाम सौ के पार और सरसों तेल की कीमत दो सौ के पार पहुंच गई है. उन्होंने मंहगाई व भयावह बेरोजगारी के लिए जिम्मेदार योगी सरकार को चुनाव में हराने का आह्वान किया.
यह यात्रा 22 दिसंबर 2021 को जमानियां विधानसभा क्षेत्र में पहुंची. बरेसर गांव में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर पार्क में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ शुरू हुई और दुरहिया चट्टी, मथारे, बेटाबर, कसेरा, सराय मुराद अली, जीनोदपुर, ढढनी बाजार होते हुए तीसरे दिन जमानियां कस्बा, फुल्ली शेरपुर, शाहपुर, दरौली व तियरी गांव तक गई. जगह-जगह नुक्कड़ सभायें हुईं 25 दिसंबर को यह यात्रा जमानियां विधानसभा क्षेत्र के करवनिया डेरा, सेवराई कार्यालय से शुरू होकर गोडसरा, धनाडी, खजूरी व अरंगी गांव होते हुए दिलदार नगर और फिर क्रमशः सरैला, जबुरना व देवैथा गांव तक गई.
23 दिसंबर से अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के जिलाध्यक्ष नंदकिशोर बिंद, आजाद यादव, मुस्तफा मास्टर, बेचू बनबासी के नेतृत्व में यह यात्रा सैदपुर विधानसभा क्षेत्र के खानपुर गांव से शुरू हुई जो बेलहरी, तकिया, संदल, कलवारी, करमपुर, बिहारी गंज, डगरा व घोघवा चौराहे तक पहुंची है और आगे भी जारी रहेगी.
यात्रा के दौरान आयोजित नुक्क्ड़ सभाओं को भाकपा(माले) केन्द्रीय कमेटी के सदस्य ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा, भाकपा(माले) जिला सचिव रामप्यारे राम, अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के जिलाध्यक्ष नंदकिशोर बिंद व जिला सचिव राजेश वनवासी, ऐपवा नेता मंजू गोंड, किसान महासभा के जिला सचिव रामप्रवेश कुशवाहा, रमाशंकर राजभर, भरत पासी, सदानंद, सत्येन्द्र कुमार, जिलेश्वर भारती, राजेश एकलव्य, योगेन्द्र भारती, सरताज, मुरली बनवासी, लालजी बनवासी, बुच्ची लाल, विजयी वनवासी आदि नेताओं ने संबोधित किया. यात्रा में झंडों व बैनरों के साथ दर्जनों मोटरसाइकिलें शामिल हैं.
इन सभाओं को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि किसान आन्दोलन ने अपनी मजबूत एकता के बल पर भाजपा के मुख्य हथियार ‘जनता को बांटों’ को नाकाम किया था. विधानसभा सभा चुनाव में भी फूट डालने की भाजपाई चाल को सफल नहीं होने देगी. यूपी को बचाने के लिए भाजपा को सत्ता से हटाना होगा. भाजपा नहीं चाहती हैं कि जनता के असली मुद्दे – महंगाई पर लगाम, पैदावार का उचित मूल्य, श्रमिकों को सुरक्षा, न्यूनतम मजदूरी, जल, जंगल व जमीन पर अधिकार, युवाओं को रोजगार, कोरोना पीड़ितों को मुआवजा, कानून का शासन, गरीबों को न्याय व सुरक्षा, सभी को स्वास्थ्य व शिक्षा राजनीति का केन्द्रीय सवाल बनें. योगी सरकार चुनाव से पहले काशी व मथुरा के बहाने नफरत का माहौल बनाना चाहती है. प्रदेश की इंसाफ पसंद जनता उनके सांप्रदायिक मंसूबों को कामयाब नही होने देगी.