वर्ष - 30
अंक - 17
24-04-2021

 

21 अप्रैल 2021 को पार्टी के वरिष्ठ साथी प्रो. वीरेन्द्र प्रसाद सिंह (75 वर्ष) का मुजफ्फरपुर गोबर शाही स्थित निवास पर निधन हो गया. वे कई दिनों से बीमार थे. उनके निधन पर हरिसभा चौक स्थित पार्टी जिला कार्यालय में लाल झंडा झुका कर श्रद्धांजलि दी गई. उनके निधन पर पार्टी कतार व सगे-संबंधियों में शोक की लहर फैल गई. सिकंदरपुर नदी किनारे श्मशान घाट पर उनकी अंत्येष्टि संपन्न हुई. प्रो. वीरेन्द्र प्रसाद सिंह मुजफ्फरपुर साइंस काॅलेज के रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष पद से दस साल पहले सेवा निवृत्त हुए थे. वे छात्रा जीवन से ही वामपंथी धारा से सक्रियता से जुड़ गए थे और 1969 में भाकपा(माले) के गठन के साथ ही उसमें शामिल हो गए थे. अध्यापक रहते हुए भी वे पार्टी कार्यकर्ता बने रहे और पार्टी की नेतृत्वकारी कमेटियों में शामिल रहे. उनमें जनता की सेवा करने की अथाह भावना थी. वे सीधा-सादा जीवन और उच्च विचार के प्रतिमूर्ति थे. गरीबों से उनका विशेष लगाव था. वे अपने पीछे पत्नी सहित तीन पुत्र, एक पुत्री और पोते-पोतियों से भरा परिवार छोड़ गए हैं. वे मूलतः वैशाली जिला में जन्दाहा प्रखंड स्थित भथाही गांव के रहनेवाले थे.

पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रो.अरविंद कुमार डे ने श्रद्धांजलि संदेश में कहा कि वीरेन्द्र बाबू हमलोगों के साथ शिक्षक समुदाय के लिए आदर्श थे. उनका गुजर जाने से बौद्धिक समुदाय शोकाकुल है. पार्टी पोलित ब्यूरो सदस्य काॅ. स्वदेश भट्टाचार्य, धीरेंद्र झा, राजाराम सिंह, राज्य सचिव काॅ. कुणाल, ऐपवा महासचिव मीना तिवारी, ऐक्टू के राज्य महासचिव आरएन ठाकुर, वरिष्ठ पार्टी नेता काॅ. केडी यादव, ऐपवा राज्य अध्यक्ष सरोज चौबे, राज्य सचिव शशि यादव, मुजफ्फरपुर जिला सचिव काॅ. कृष्णमोहन व वरिष्ठ नेता शत्रुघ्न सहनी, विधायकों -- सुदामा प्रसाद, वीरेन्द्र गुप्ता, महानंद सिंह सहित कई नेताओं ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी.

राज्य कार्यालय में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में भाकपा(माले) राज्य सचिव कुणाल, धीरेंद्र झा, अमर, महबूब आलम, अभ्युदय, संदीप सौरभ, कमलेश शर्मा, रणविजय कुमार, प्रकाश कुमार, समता राय, मुर्तजा अली आदि पार्टी नेता शामिल हुए.