वर्ष - 28
अंक - 38
07-09-2019

नालंदा ज़िला के हिलसा बस स्टैंड स्थित रजिया-रघुवर काम्प्लेक्स में 31 अगस्त 2019 को अखिल भारतीय खेत ग्रामीण मजदूर सभा (खेग्रामस) का जिलास्तरीय कन्वेंशन आयोजित हुआ. कन्वेंशन की शुरूआत दिवंगत साथियों व सोनभद्र जरसंहार में मारे गए आदिवासियों को श्रद्धांजलि देने के साथ हुई. इसके बाद जिले के विभिन्न प्रखंडों और पंचायतों से आये साथियों ने जमीन और जीविका के लिए गांव और गरीबों के राष्ट्रीय अभियान (9 अगस्त - 9 नवंबर) के तहत आयोजित ग्राम-सभाओं के आयोजन और उनसे सामने आयें मुद्दों पर अपने अनुभव साझा किये.

कन्वेंशन के मुख्य वक्ता खेग्रामस के राष्ट्रीय महासचिव व भाकपा माले के पोलित ब्यूरो सदस्य का. धीरेन्द्र झा ने मोदी राज -2 में देश की डूबती अर्थव्यवस्था, घटते विकास दर, चौतरफा मंदी, गहराते कृषि संकट, निजीकरण की मार, भयावह बेरोजगारी व श्रमिकों की छंटनी पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि मोदी सरकार के पिछले साढ़े छह सालों में नोटबन्दी, जीएसटी जैसी लागू नीतियां और सरकार के आर्थिक कुप्रबंधन ने यह हालात पैदा किया है.

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार डूबती अर्थव्यवस्था के कारण गरीबों की रोजी-रोटी, किसानी व बेरोजगारी की समस्या हल करने और जनता के सुख-दुख के वास्तविक मुद्दों को संभालने की बजाय आरएसएस  के राजनीतिक और वैचारिक एजेंडे को लागू करने में लगी है. कश्मीर में बिना वहां की विधानसभा के अनुमोदन और जनता और विपक्षी नेताओं की राय लिए बिना ही गैर-संवैधानिक तरीके से धारा-370 को निरस्त कर दिया गया और राज्य का विभाजन कर केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया है. पिछले 5 अगस्त से कर्फ्यू, नजरबन्दी और गिरफ्तारियों से पूरा कश्मीर जेल में तब्दील हो गया है. भाजपा सरकार का यह कदम देश के संविधान, लोकतंत्र और संघीय ढांचे पर हमला है. ‘तीन तलाक, धारा-370 तो झांकी है, आरक्षण हटाना बाकी है’ – यह उनका नया नारा है.
 
उन्होंने कहा कि ऐसे ही दौर में खेग्रामस ने गांवों में जनता के बीच जाने का निर्णय लिया है. ग्राम बैठकों के जरिये जनता से संवाद कर उनकी समस्याओं व विचारों को समझने और उन्हें भी देश के मौजूदा हालात से अवगत कराने का प्रयास किया जा रहा है. भूमि, आवास, राशन, पेंशन, छात्रवृति, बिजली, समान स्कूल प्रणाली जैसे मुद्दों पर अंचल और प्रखण्ड कार्यलय पर आंदोलन भी शुरू हो गये हैं जिसे अनुमंडल, जिला व राज्य स्तर तक ऊंचा उठाना है. राष्ट्रीय अभियान के अंत में 9 नवंबर को पटना में विशाल प्रदर्शन का भी आयोजित  किया जाएगा.

कन्वेंशन के अंत में हिलसा के कामता गांव में सामंती लम्पटों द्वारा हुलास मांझी की पीट-पीट कर हत्या कर देने के खिलाफ दोषियों की अविलंब गिरफ्तार कर सजा देने, कमजोर मानसून की वजह से नालंदा जिला को अकालग्रस्त घोषित करने, कश्मीर में 5 अगस्त की पूर्व-संवैधानिक स्थिति बहाल करने व कर्फ्यू हटाकर सभी विपक्षी नेताओं व गिरफ्तार नागरिकों को अविलम्ब रिहा करने, असम में नागरिकता रजिस्टर में छूट गए सभी नागरिकों का नाम शामिल करने और सभी आवास विहीन नागरिकों का राष्ट्रीय रजिस्टर बनाने का प्रस्ताव एकमत से पारित किया गया.

कन्वेंशन को भाकपा(माले) के प्रखण्ड सचिव जयप्रकाश पासवान, किसान नेता मुन्नीलाल यादव, इनौस के जिला अध्यक्ष वीरेश कुमार आदि ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर भाकपा(माले) के जिला सचिव का. सुरेंद्र राम, इस्लामपुर प्रखंड सचिव उमेश पासवान, इनौस नेता रामदास अकेला, कलेंद्र पासवान और शिवशंकर प्रसाद भी उपस्थित थे. कन्वेंशन में जिले भर से आये सैकड़ो कार्यकर्त्ताओं ने उत्साहपूर्ण भागीदारी की. खेग्रामस के जिला सचिव का. रामधारी दास, मनमोहन, अशोक कुमार, प्रमोद यादव और महेन्द्र प्रसाद के पांच सदस्यीय अध्यक्ष मण्डल ने कन्वेंशन का संचालन किया.