वर्ष - 28
अंक - 16
06-04-2019

लाल लहर परवान चढ़ रही है

झारखंड में भाजपा ने बड़े पैमाने पर राजद नेताओं को अपने में मिला लिया है. कई दिनों तक अज्ञातवास में रहने के बाद विगत 24 मार्च को कोडरमा के पूर्व विधायिका अन्नपूर्णा देवी समेत कुछ और राजद नेता भी भाजपा में शामिल हो गए. फिर, यह सिलसिला यही तक आकर खत्म नहीं हुआ. झारखंड में राजद के सबसे बड़े नेता गिरिनाथ सिंह भी पिछले दिनों भाजपा में शामिल हो गए. अन्नपूर्णा देबी को कोडरमा और गिरिनाथ सिंह को चतरा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी बनाने की अटकलें भी लगायी जा रही हैं.

यह परिघटना दरअसल भाजपा के अंदरूनी संकट को भी उजागर करती है. बढ़ते भाजपा विरोधी जनविक्षोभ से लगातार अलगाव झेल रही भाजपा अपने परंपरागत नेताओं पर भी अब भरोसा नहीं कर पा रहा है. वे राजद जैसे दूसरी पार्टी से नेताओं को आयात करने पर तुली हुई है.  पिछड़ी जातियों के ये नेता जो कल तक खुद को ‘सेकुलर’ बताते रहे हैं भाजपा में चले तो गए हैं लेकिन भाजपा का परपंरागत आधार उन्हें कितना स्वीकार कर पायेगा? यह एक बड़ा प्रश्न है. लेकिन फिलहाल तो स्थाई रोजगार, उचित मजदूरी, आवास जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित और भाजपा राज में संवैधानिक प्रदत्त आरक्षण व अन्य अधिकारों पर हमलों से भाजपा विरोध में खड़ा उनका पिछड़ी जाति आधार आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा को सबक सिखाने को आतुर है. मॉब लिंचिग, सांप्रदायिक-जातीय हिंसा झेल रहे अल्पसंख्यक, दलित और अति पिछड़े समुदाय के लोग जो किसानों और ग्रामीण गरीबों का बड़ा हिस्सा बनाते हैं और जो बहुत ही बेसब्री से सामाजिक सुरक्षा, शांति और अमन-चैन चाहते हैं, तेजी से भाकपा(माले) से जुड़ रहे हैं.

विगत 3 अप्रैल 2019 को कोडरमा लोकसभा के अंतर्गत बरकट्टा विधान सभा क्षेत्र में भाकपा(माले) की बूथस्तरीय जीबी बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में भाकपा (माले) के पोलित ब्यूरो सदस्य का. मनोज भक्त, राज्य कमिटी सदस्य भुवनेश्वर केवट एबं पूरन महतो शामिल थे. विभिन्न गांवों-पंचायतों से 60 बूथस्तरीय कार्यकर्ता भी बैठक में शामिल थे. बैठक के दौरान ही करीब सौ नेताओं-कार्यकर्ताओं जिनमें जेवीएम अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के नेता मुस्तकीम अंसारी, किशुन मोदी, भाजपा के हीरालाल प्रसाद, सुखदेव पासवान, नारायण रविदास, युवा मोर्चा के अनंत पांडेय, महेश पासवान, चांदो साव, सहदेव महतो, संजय आदि शामिल हैं, जेबीएम और भाजपा छोड़कर अपने समर्थकों समेत भाकपा (माले) में शामिल होने की घोषणा की.  

पिछले लोकसभा चुनाव में बरकट्टा प्रखंड से भाकपा(माले) कमजोर स्थिति में थी. लेकिन इस बार कई पंचायतों में इसका तेजी से विस्तार हो रहा है. नई-नई पंचायत व बूथ स्तरीय चुनाव समितियां बनाई जा रही हैं. पार्टी ने यहां पिछली बार तुलना में चार गुना अधिक वोट प्राप्त करने की योजना बनाई है .
1अप्रैल को पिपचो (जयनगर) में 500 से अधिक कार्यकर्ताओं की भागीदारी के साथ बरकट्टा प्रखंडस्तरीय कार्यकर्ता कन्वेंशन आयोजित हुआ. का. राजकुमार यादव, केंद्रीय कमिटी सदस्य का विनोद सिंह व का. गीता मंडल, जयंती चौधरी, सविता सिंह, कोडरमा जिला सचिव का. मोहन दत्त, हजारीबाग जिला सचिव पच्चू राणा, भुवनेश्वर केवट और पूरन मेहता भी इसमें मौजूद थे. कन्वेंशन में चलकुसा, चंदवारा और जयनगर आदि कमजोर क्षेत्रों से भी करीब सौ कार्यकर्ता उपस्थित थे. यहां राजद के वरिष्ठ नेता व सामाजिक कार्यकर्ता गुलाम गौस के नेतृत्व में सौ से अधिक राजद कार्यकर्ता भाकपा (माले) में शामिल हुए

GS

 

कोडरमा विधानसभा क्षेत्र में भी पार्टी महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य, पार्टी प्रत्याशी का. राजकुमार यादव व बगोदर के पूर्व विधायक का. विनोद सिंह जी की मौजूदगी में सौ से भी अधिक राजद कार्यकर्ताओं ने भाकपा(माले) का लाल झंडा थामा. उन्होंने कहा कि वे लोग अन्नपूर्णा देवी द्वारा किए गए विश्वासघात का बदला लेंगे और अब हमारे पास एक मात्रा विकल्प भाकपा (माले)और का. राजकुमार यादव ही है. हम भाजपा को कोडरमा में पराजित करेंगे और का. राजकुमार यादव को इस बार भारी मतों से विजयी बनाने के लिए अभियान चलाएंगे.

पिछले दिनों पार्टी प्रत्याशी का. राजकुमार यादव और महिला नेताओं का. गीता मंडल और ललिता देवी ने सतगावां प्रखंड के राजद आधार वाले गांवों - भावरा, कनिकेण्ड, भदाली, पचौरी आदि में सघन चुनावी प्रचार चलाया. पार्टी महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य और का. विनोद सिंह ने भी जमुआ विधानसभा क्षेत्र के मुस्लिम बहुल काजीमंघा इलाके के गांवों का चुनावी दौरा किया.

अपने कार्यकाल में मोदी-रघुबर सरकार द्वारा जनता के साथ किए गए विश्वासघात की वजह से व्यापक लोगों में गुस्सा है. कोडरमा क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति की वजह से भाकपा(माले) भाजपा विरोधी लहर को अपने पक्ष में समेटने में सक्षम है. राजद, कांग्रेस, जेवीएम, जेएमएम जैसी पार्टियों की साख लगातार कमजोर हो रही है. कोडरमा में भाकपा(माले) के पक्ष में उठती लाल लहर पूरे राज्य में वामपंथ के पक्ष में नया जनउभार का संकेत दे रही है.

- सुखदेव प्रसाद