अखिल भारतीय किसान महासभा की एक जांच टीम ने दिनांक 3 अगस्त 2019 को फतेहाबाद जिले के कई ग्रामों का दौरा किया. यह दौरा इस लिए किया गया कि पिछले दिनों में फतेहाबाद जिले के बड़ोपल गांव, काजल हैरी गांव, कुम्हारिया गांव में पशु पालन यानी डेयरी हेतु कर्ज दिया गया था, जिसके एवज में ग्रामीणों की जमीन बैंक ने जमानत के तौर पर गिरवी रखी हुई थी. वक्त पर यह ग्रामीण बैंक का पूरा कर्ज नहीं उतार पाए उसके चलते बैंक ने कोर्ट के जरिए इनकी खेती योग्य भूमि की जब्ती का आर्डर ले लिया जिसका किसान महासभा ने पुरजोर विरोध किया था, तथा इसकी जांच करने पर मालूम हुआ कि इन ग्रामीणों का कर्ज देते समय ही बैंको ने इनके साथ भारी धोखा किया था. जैसे कि एक-एक किसान को 10-10 भैंस की डेयरी चलाने के लिए प्रति भैंस 50,000 हजार रुपये के हिसाब से पांच-पांच लाख रुपये का कर्ज पास किया था, परन्तु किसानों को मिला आधा-अधूरा. बाकी रुपया बिचौलिये खा गए. इस प्रकार इन सभी किसानों को पूरी तरह डेयरी चलाने का अवसर ही नहीं मिला था. इस पर भी किसानों ने काफी रुपया लौटाया, मगर फिर भी बैंक द्वारा कुर्की-जब्ती के आर्डर लेकर किसानों को भूमि से बेदखल करना भारी अन्याय ही था. हमारी टीम ने इन सभी ग्रामों में जाकर पीड़ित किसानों तथा अन्य ग्रमीणों से मिलकर किसान महासभा की बात पहुंचाई कि हमारा संगठन पूरी तरह आप सभी किसानों के साथ खड़ा है और हमेशा आपके सुख-दुख में आपके साथ हमेशा रहेगा. जितने भी हिस्से में हमारी टीम गई उसका भारी प्रभाव दिखलाई दियासभी किसानों ने हमारे संगठन के साथ रिश्ता जोड़ने में भी उत्साह दिखाया. इस टीम में भाकपा(माले) हरियाणा राज्य प्रभारी एवं अखिल भारतीय किसान महासभा के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कामरेड प्रेम सिंह गहलावत, का. सुखविन्दर सिंह, का. गुरप्रीत सिंह थे. इसके साथ ही टीम ने अन्य कई ग्रामों के किसानों से मुलाकात कर यहां के कृषि सम्बंधी हालात का जायजा लिया.