11 अगस्त को गया जिले के गुरारू बाजार निवासी का. कृष्णा प्रसाद (68 वर्ष) का निधन हो गया. वे पुराने दौर के साथी थे. परैया-कोच प्रखंड मे कामकाज के विस्तार और आंदोलन के दौरान वे का. पृथ्वीराज सिंह व अन्य साथियों के साथ वे एक सिपाही की हत्या में आरोपित होकर बहुत दिनों तक जेल में रहे. वे अभी गुरारू लिडींग टीम के सदस्य थे.
भागलपुर में नक्सलबाड़ी आंदोलन की पहली पीढ़ी के जुझारू नेता व खरीक प्रखंड कमिटी सदस्य का. लखनलाल मंडल (65 वर्ष) का 15 अगस्त की शाम को लोकमानपुर स्थित उनके आवास पर निधन हो गया. वे 70 के दशक के उत्तरार्ध में पार्टी से जुडे और आजीवन सक्रिय रहे. एक गरीब किसान परिवार में जन्मे का. लखनलाल मंडल ने कदवा इलाके में सामंत विरोधी संघर्ष व जमीन दखल आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभायी थी. वे गरीब लोगों के संघर्षों व पार्टी के प्रति हमेशा प्रतिबद्ध रहे. राघोपुर गंगा घाट पहुंचकर भाकपा(माले) राज्य कमिटी के सदस्य का. एसके शर्मा, जिला सचिव बिंदेश्वरी मंडल, पार्टी के नगर प्रभारी मुकेश मुक्त आदि समेत दर्जनों पार्टी नेताओं, समर्थकों, ग्रामीणों व परिजनों ने उन्हें अंतिम विदा दी और उनके अधूरे सपनों को पूरा करने का संकल्प लिया.
21 अगस्त को बोचहां प्रखंड (मुजफ्फरपुर) के शाखा सचिव का. रफीक व धंधर बीघा (जहानाबाद) के ब्रांच सचिव का. विजय पासवान (62 वर्ष) तथा 22 अगस्त को दिलावरपुर (दरभंगा) के ब्रांच सचिव का. रामलखन पासवान के निधन हो गया. सभी साथियों को क्रांतिकारी लाल सलाम!