22 जुलाई को गुजरात के कपराडा तालुका (वलसाड जिला) में भाकपा(माले) की ओर से तालुका मजिस्ट्रेट के कार्यालय पर एक प्रभावशाली विरोध प्रदर्शन हुआ. तालुका के मुख्य मार्गाे तथा बाजार होते हुए एक भव्य व झुझारू रैली निकाली गई और तालुका कार्यालय पहुंच कर एक आम सभा आयोजित की गई. प्रदर्शन में भारी संख्या में आदिवासी महिला-पुरुष व नौजवान शामिल थे. प्रदर्शन में उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में 10 आदिवासियों की योगी राज में बेरहम हत्या तथा गुजरात में आये दिन आदिवासियों को पुश्तैनी जमीनों से सरकार द्वारा बेदखल किए जाने की वजह से आदिवासियों में रोष साफ झलक रहा था.
सभा को पार्टी के पोलितब्यूरो सदस्य का. प्रभात कुमार, राज्य प्रभारी का. रंजन गांगुली, महाराष्ट्र से आये हुए का. श्यामजी गोहिल, पार्टी के वलसाड जिला सचिव का. लक्ष्मण वाडिया तथा कपराडा तालुका सचिव का. कमलेश गुरव ने संबोधित किया. एक प्रतिनिधि मंडल ने तालुका मजिस्ट्रेट से मिलकर एक 12-सूत्री मांग पत्र सौपा और आदिवासियों को जंगल व जमीन से बेदखल करने की सरकारी मुहिम को अबिलम्ब रद्द करने, आदिवासियों (खासकर महिलाओं) पर अत्याचार के खिलाफ कारगर प्रशासनिक कदम उठाने, मनरेगा और खाद्य सुरक्षा योजना में व्याप्त भ्रष्टाचार पर रोक लगाने, पीने के पानी व सड़कों की हालत सुधारने और फसल बीमा को सही तौर पर लागू करने की मांग की. तालुका मजिस्ट्रेट ने बातचीत के दौरान इन मांगों पर उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया.
इस कार्यक्रम में जिला की महिला सदस्यों ने का. बनिता बेन, शिली बेन, जयवंती बेन व सुमन बेन के नेतृत्व में प्रभावशाली भागदारी की. पार्टी की धर्मपुर तालुका की नेता का. आनंद भाई, पराडा की का. धाकल भाई धूम, राम भाई तथा उमरगाम तालुका की नेता का. सुरेशभाई खेवड़ा, योगेश अहीर, प्रकाश भाई वलवी, विष्णु भाई ढोरी ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महती भूमिका अदा की.