बिहार के आरा लोकसभा क्षेत्र में चुनाव के दौरान भाजपा के पक्ष में बूथ कब्जा करने, गरीब-दलित, कमजोर तबके के मतदाताओं को वोट डालने से रोकने के खिलाफ भाकपा(माले) द्वारा चलाये गये प्रतिरोध के चलते भोजपुर जिले के 19 जगहों पर सामंतों के साथ तनातनी चल रही है. पार्टी नेताओं की एक टीम ने इन जगहों का दौरा किया और इससे पहले डीएम-एसपी को स्मारपत्र भी दिया गया. इसी क्रम में मूलत: सामंती धाक के सवाल पर 12 जून 2019 को जिलाधिकारी के समक्ष धरना भी दिया गया. इस धरने में अभाकिम के राष्ट्रीय महासचिव का. राजाराम सिंह, विधायक सुदामा प्रसाद आदि के नेतृत्व में किसान महासभा भी शामिल रही और सोने नदी पर कदवन डैम के निर्माण को मांग उठाई गई क्योंकि तब तक नहरों में यानी नहीं आ रहा था.
भोजपुर जिले के अगियांव विधानसभा क्षेत्र में चरपोखरी प्रखंड के कनई गांव में भी भाजपा समर्थित सामन्तों ने भाकपा(माले) नेता सहित कई लोगों पर हमला किया था, मगर प्रशासन ने उनके खिलाफ अभी तक कोई करवाई नहीं की है. उनके खिलाफ नया कनई बनाएंगे – जहां गरीबों, दलितों, पिछड़ों और सारी जनता को मर्यादा हासिल होगी; जहां कोई सामंती जुल्म-अत्याचार नहीं होगा; जहां अपने विचार और विवेक से वोट डालने की आजादी होगी; जहां सबको पड़ने, खेलने और जीने की आजादी रहेगी – नारे के साथ 15 जून 2019 को कनई गांव में भाकपा(माले) ने प्रतिरोध सभा आयोजित की. सभा को अध्यक्षता का. रामनाथ राम व संचालन का. कैलाश पाठक ने किया. सभा में सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल थे, जिसमें मुख्य वक्ता थे भाकपा(माले) केंद्रीय कमेटी सदस्य व लोकसभा चुनाव में भाकपा(माले) उम्मीदवार का. राजू यादव. उनके अलावा केंद्रीय कमेटी सदस्य एवं अगियांव विधानसभा क्षेत्र प्रभारी का. मनोज मंजिल, पूर्व विधायक का. चंद्रदीप सिंह, भाकपा(माले) चरपोखरी प्रखंड सचिव का. टेंगर राम, चरपोखरी प्रखंड कमेटी सदस्य का. रामनाथ राम, का. मकबूल हसन, का. रामेश्वर यादव सहित कई नेताओं ने भी सभा को संबोधित किया.
सभा में शामिल होने के लिये कनई के अगल बगल के गांवों से सैकड़ों की संख्या में मजदूर-किसान, छात्र-नौजवान, महिलाओं ने अपने हाथों में पारंपरिक हथियार व लाल झंडा लेकर, सामंतवाद विरोधी, लोकतंत्र व मान-सम्मान को बचाने के नारे लगाते हुए सभा स्थल की ओर जुलूस की शक्ल में कूच किया.
सभा को संबोधित करते हुए का. राजू यादव ने कहा कि मोदी-नीतीश राज्य में सामंतों को गरीब-दलित, कमजोर लोगों पर जुल्म ढाहने की खुली छूट मिल गई है. पूरे बिहार और भोजपुर जिले में लोकसभा चुनाव के दौरान और चुनाव के दिन भी सामंती ताकतों ने दलित-गरीबों पर कई जगहों पर हमला किया. अगर सरकार इन सामंती ताकतों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है, तो आने वाले दिनों में भोजपुर की जनता खुद एकजुट होकर सामंती ताकतों का मुहतोड़ जवाब देगी. का. मनोज मंजिल ने कहा कि भोजपुर का इतिहास सामंतवाद से लोहा लेते हुए उसे धुल चटाने का इतिहास रहा है. यहां की जनता ने अपने मान सम्मान की रक्षा के लिये, वोट देने के अपने अधिकार की रक्षा के लिए सामंती ताकतों को सबक सिखाने का काम किया है. भोजपुर की जनता चाहती है कि अपने गांव में मान-सम्मान से रहें, अपने संवैधानिक अधिकार का प्रयोग करें, हमारा बेटा-बेटी स्कूल जाए, हमें अपनी मेहनत की उचित मजदूरी मिले और जाति के आधार पर न कोई सताया जाए न ही किसी का उत्पीड़न हो और ना ही जातिगत भेदभाव हो. अगर कोई ताकत इसको रोकने का प्रयास करेगी हम उसका मुहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार हैं.
प्रतिरोध सभा से लौट रही जनता पर पूर्व योजना के तहत भाजपा समर्थित सामंती ताकतों ने विभिन्न जगहों पर हमला किया और लोगों पर रायफल से फायरिंग की, जिसका जवाब जनता ने मजबूत प्रतिरोध से दिया और सामन्तों को वापस होना पड़ा. कनई में सामन्तों द्वारा पुलिस की मौजूदगी में लगभग 30 राउंड फायरिंग किया गया, पसौर के लोगों को रास्ते है घेर कर पीटा गया जिसमेँं शम्भू साह (40) भिखारी साह (41) का सर फटा, कसमरियां के एक नौजवान को भी पीटा गया. ये सभी लोग चरपोखरी सरकारी अस्पताल में भर्ती हैं. भाकपा(माले) नेता का. मनोज मंजिल ने कहा कि सरकार इन सामंती ताकतों पर तत्काल कोई कार्रवाई नहीं की तो माले जनता को गोलबंद कर इन सामंती ताकतों को मुहतोड़ जवाब देगी.