वर्ष - 28
अंक - 10
02-03-2019

18 फरवरी को छतरपुर नगर पंचायत मुख्यालय की सड़कें ‘जल-जंगल-जमीन हमारा, राज तुम्हारा, नहीं चलेगा’ के नारों से गुंजायमान थीं, इन नारों के साथ भाकपा (माले) छतरपुर के बैनर तले वहां के सैकडों ग्रामीणों ने अंधाधुंध् पत्थर खनन से जनजीवन और पर्यावरण की हो रही अपूरणीय क्षति के खिलाफ रैली की और डंटूटा स्टोन से परेशान भलही के ग्रामीणों को न्याय दिलाने के लिए एसडीओ. छतरपुर के कार्यालय गेट को दो घंटों तक जाम किया। रैली मंदया नदी से सैरेडीह मोड़ होते हुए थाना चौक गई और वहां से वापस अनुमंडल कार्यालय आकर सभा में बदल गई।

भाकपा(माले) के छतरपुर सचिव का. कपिल प्रजापति की अध्यक्षता में आयोजित सभा में भलही और उसके आसपास के गांवों से आये लागों ने अपनी बातें रखीं। ग्रामीण अशोक उरांव ने कहा कि गांव में दहशत का माहौल है. दिन में माइंस मालिक अंजनी कुमार को संरक्षण देनी वाली पुलिस कभी भी आ जाते है और रात में अंजनी कुमार के गुंडे गोली चला कर अवैध तरीके से पत्थर खनन करते हैं। 7 फरवरी को खनन पदाधिकारियों ने खदान के ओवरलोडेड दो वाहनों को जब्त किया था. लेकिन हम ग्रामीण जानते हैं कि ऐसे कई और वाहन भी हैं जिनमें ओवरलोडंग होता है. ग्रामीणों ने बताया कि पूरी खदान ही अवैध रूप से गांव की सीमा तक अंदर है और उसमें ग्रामीणों की जमीन लूट ली गई है। जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने सप्ताह भर धरना देने के बाद भी इसकी सुनवाई नहीं हुई है।

मौके पर मौजूद भाकपा (माले) जिला सचिव ने कहा कि हम ग्रामीणों को न्याय दिलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे. छतरपुर में प्रशासन आंखों में पट्टी बांध कर खनिज की लूट करवा रहा है. पूरे छतरपुर में ऐसा एक भी चेक नाका का नहीं होना जहां वाहन की ओवरलोडिंग और वाहन चालकों का लाइसेंस देखा जा सके, इसका पक्का सबूत है. यही कारण है कि आए दिन छतरपुर में हाईवा ट्रक दुर्घटना की खबरें आती रहती हैं।

आइसा जिला संयोजक अविनाश ने कहा कि खनन ठेकेदारों को संरक्षण देकर छतरपुर में सामंती गुंडागर्दी को जन्म दिया जा रहा है. दिव्या भगत, अखिलेश, पवन विश्वकर्मा, ललन प्रजापति, अनिल प्रजापति, लालमोहन प्रजापति, जसिम अंसारी, संगीता देवी, ममता देवी आदि समेत कई आइसा, ऐपवा व माले नेता रैली में मौजूद थे.