मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की सुनवाई कर रहे विशेष पॉक्सो कोर्ट ने पिछले दिनों उस आवेदन को स्वीकार कर लिया है जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, समाज कल्याण विभाग के प्रधान सचिव अतुल प्रसाद और मुजफ्फरपुर के तत्कालीन जिलाधिकारी धर्मेन्द्र सिंह को अभियुक्त बनाये जाने की मांग की गई है.
इसके मद्देनजर महिला संगठन ऐपवा ने विगत 15 फरवरी 2019 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा कोटे से मंत्री सुरेश शर्मा से इस्तीफा देने की मांग पर पटना में प्रतिवाद मार्च आयोजित किया. छज्जूबाग से निकलकर यह मार्च रेडियो स्टेशन, प्रफूजर रोड होते हुए डाकबंगला चौराहे तक गया जहां एक सभा आयोजित हुई.
ऐपवा महासचिव मीना तिवारी और पटना नगर सचिव अनिता सिन्हा के नेतृत्व में निकले इस मार्च में समता राय, मधु, अनुराधा सिंह, विभा गुप्ता आदि समेत दर्जनों महिला नेता-कार्यकर्ता शामिल थीं. मार्च को संबोधित करते हुए का. मीना तिवारी ने कहा कि पूरे बिहार को पता है कि बिना राजनीतिक संरक्षण के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड जैसी घटनायें नहीं हो सकती हैं. सीबीआई अभी तक असली अपराधियों को बचाने का ही काम करते आई है. उन्होंने कहा कि राज्य के अन्य महिला संगठनों के साथ मिलकर नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग पर चरणबद्ध आंदोलन होगा.
भाकपा (माले) ने मुजफ्फरपुर पॉक्सो कोर्ट द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ सीबीआई जांच की सिफारिश के मद्देनजर उनसे तत्काल इस्तीफे की मांग की है. भाकपा(माले) ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पद पर बने रहते इन मामलों की निष्पक्ष जांच संभव नहीं है इसलिए उन्हें अपने पद से तुरत इस्तीफा दे देना चाहिए.
भाकपा(माले) ने इन मांगों को लेकर 17 फरवरी को राज्यव्यापी प्रदर्शन की घोषणा की. इसका पालन करते हुए मुजफ्फरपुर में हरिसभा चौक स्थित पार्टी कार्यालय से एक प्रतिवाद मार्च निकला और फिर वहीं लौटकर सभा आयोजित की गई. वक्ताओं ने मानवता को शर्मसार करनेवाली इस घटना से जुड़े सभी पहलुओं की गहराई से जांच करने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा देने व स्थानीय भाजपा विधायक व नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा बर्खास्त करने की मांग उठाई. मार्च व सभा में भाकपा(माले) के जिला सचिव का. कृष्णमोहन, नगर सचिव सूरज कुमार सिंह, एआइपीएफ के प्रो. अरविंद कुमार डे, ऐपवा नेत्री शारदा देवी आदि प्रमुख रूप से शामिल थे.
उसी दिन दरभंगा में भी माले कार्यकर्ताओं ने सीएम लॉ कॉलेज परिसर से एमएलएसएम कॉलेज, विद्यापति चौक होते हुए दरभंगा स्टेशन तक प्रतिवाद मार्च निकाला. जिला सचिव बैद्यनाथ यादव, वरिष्ठ माले नेता आरके सहनी, भूषण मंडल, इंसाफ मंच के नेता नेयाज अहमद, आइसा नेता संदीप कुमार चौधरी आदि ने इसका नेतृत्व किया. स्टेशन परिसर में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने सवाल किया कि अंतरात्मा की दुहाई देने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अंतरात्मा कब जागेगी? वे कब इस्तीफा देंगे. प्रतिवाद मार्च में प्रो. कामेश्वर पासवान, नंदलाल ठाकुर, रामदेव मंडल, प्रिन्स राज, अमित पासवान, विशाल मांझी आदि दर्जनों लोग शामिल थे।