वर्ष - 28
अंक - 10
02-03-2019

नवगछिया प्रखंड के बौरवा और महदतपुर वासी बिजली विभाग के दो कर्मियों राकेश और कैलाश की मौत बिजली का खंभा गाड़ने के क्रम में करंट लगने से हो गई. बिजली विभाग के अधिकारियों ने उन्हें गलत सूचना दी थी कि बिजली काट दी  गई है. घटना के 12 घंटा बीत जाने के बाद भी विभाग का कोई भी पदाधिकारी घटना स्थल पर नहीं पहुंचा.  बिजली कम्पनियों ने भी उन्हें मुआवजा देने से से बचना चाहा. इसके खिलाफ 20 फरवरी को नवगछिया अस्पताल के समक्ष भाकपा(माले) के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन शुरू किया गया. नवगछिया के थाना प्रभारी और बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ हुई वार्ता जब विफल रही तो प्रदर्शनकारियों द्वारा ऐलान किया गया कि अगर एक घंटा के अंदर अनुमंडलाधिकारी वार्ता करने के लिए नहीं आते हैं तो सड़क को पुरी तरह से जाम कर दिया जायेगा. प्रदशर्रनकारी मृतक के परिजनों को 10 लाख रु. मुआवजा और आश्रितों को नौकरी देने, दोषी बिजली अधिकारियों पर हत्या का मुकदमा चलाने आदि मांग कर रहे थे. नवगछिया के एसडीओ ने आकर दोनों मृतकों के परिजनों को तत्काल 40- 40 हजार रुपए की राशि दी और मृतक राकेश को 7 लाख  व कैलाश को 5 लाख रु. का मुआवजा देने की घोषणा किया. मृतक के परिजनों की सहमति से आंदोलन को समाप्त किया गया.             

- गौरीशंकर