निरंकुश तानाशाही का एक और नमूना दिखलाते हुए भाजपा सरकार ने सैकड़ों वर्ष पुराने ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंकशन रख दिया है. इस नाम परिवर्तन के समारोह में आने वाले भाजपा नेताओं में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं अन्य दर्जन भर नेता शामिल हैं. इनका विरोध करने के लिये कई संगठनों के कार्यकर्तागण एकत्रित हुए और उन्होंने भाजपा नेताओं को काले झंडे दिखलाये तथा प्रतिवाद प्रदर्शन करते हुए सड़क जाम कर दिया.
इस दौरान सैकड़ों की तादाद में भाकपा(माले) एवं अखिल भारतीय किसान महासभा के कार्यकर्ताओं ने भाजपा के कार्यक्रम स्थल की ओर मार्च किया जिसके दौरान उन्होंने नारे लगाये कि मुगलसराय का इतिहास और उसकी विरासत का अपमान करके संघी विचारधारा लादना बंद करो, जनता इसे सहन नहीं करेगी. प्रदर्शनकारियों ने भाकपा(माले) नेता का. दिनेश मौर्य के हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की और मालगाड़ी रेल कॉरीडोर परियोजना के तहत किसानों की हड़पी जमीन का मुआवजा देने के मामले में किसानों के साथ हुए समझौते का पालन करने की मांग की. साथ ही गैस पाइपलाइन, रिंग रोड और सीआरपीएफ कैम्प के निर्माण समेत अन्य परियोजनाओं के लिये पानी के भाव किसानों की जमीन हड़पने का विरोध करते हुए नारे लगाये गये. मार्च अंततः सभा स्थल के निकट लगाये गये अंतिम बैरीकेड तक पहुंचा और वहां प्रतिवाद सभा आयोजित की गई तथा प्रशासनिक अधिकारियों को मांगपत्र सौंपा गया.