भोजपुर जिले के अगिआवं प्रखंड के नारायणपुर गांव में विगत 25 जुलाई 2018 को ‘भाजपा भगाओ-लोकतंत्र बचाओ’ रैली हेतु घर-घर संपर्क हो रहा था. उसी समय गांव के दर्जन भर सामंती लंपटों ने प्रचार दल पर हमला कर दिया और उसमें शामिल छात्र नवीन कुमार को बंधक बनाकर अपने साथ लेते गये. उसे दरवाजे पर रस्से से बांधकर बुरी तरह पीटा जाने लगा.
घटना की खबर सुनते ही गरीब टोले के लोगों ने एकजुट हुए और हमलावरों का घर घेर लिया. नवीन कुमार को छुड़ा लिया गया और अपराधियों और उनके सरगना स्थानीय भाजपा नेता कमलनारायण सिंह के खिलाफ नारायणपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. उनको तुरंत गिरफ्तार करने की मांग के साथ थाने का घेराव भी किया गया. लेकिन पुलिस-प्रशासन ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की.
यह देखते हुए कि पुलिस मामले पर बिल्कुल ही निष्क्रिय है, विगत 7 अगस्त को नारायणपुर में एक जनप्रतिरोध सभा आयोजित की गयी. इस प्रतिरोध सभा में नारायणपुर व आसपास के गांवों बनौली, सहयोगी टोला, सेवथां आदि से भारी तादाद में लोग शामिल हुए जिनमें छात्र-छात्राओं की संख्या भी काफी थी. प्रतिरोध सभा में शामिल लोग लाठी-भाला जैसे पारंपरिक हथियारों से भी लैस होकर आये थे.
सभा को वरिष्ठ नेता व पूर्व विधयक चंद्रदीप सिंह तथा भाकपा(माले) केन्द्रीय कमेटी के सदस्यों - जिला सचिव कॉ. जवाहर लाल सिंह, राजू यादव और मनोज मंजिल ने संबोधित किया. नेताओं ने जिला प्रशासन से सामंती लंपटों और उनके सरगना कमल नारायण सिंह को अविलंब गिरफ्तार कर दलित उत्पीड़न कानून की धाराओं के तहत कठोर सजा देने की मांग की. अपराधियों को चेतावनी भी दी गयी कि वे इस कृत्य के लिए पीड़ित लोगों के सामने आत्मसमर्पण करें अन्यथा उनके खिलाफ जरूरी जनकार्रवाई की जायेगी.
प्रतिरोध सभा को सहार प्रखंड प्रमुख मदन सिंह, रामकिशोर राय, विमल यादव, उपेन्द्र यादव, जितेन्द्र पासवान, हरेकृष्ण पंडित, हबीबुल्लाह अंसारी, रामजी रवानी आदि माले नेताओं समेत पीड़ित छात्र नेता नवीन कुमार ने भी संबोधित किया.