पीलीभीत एनकाउंटर कांड की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच हो

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लखनऊ, 25 दिसंबर. 2024 : भाकपा(माले) ने पीलीभीत एनकाउंटर की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच की मांग की है. पार्टी ने कहा है कि पुलिस के दावे और मृतकों के परिजनों के कथन में काफी विरोधाभास होने से पीलीभीत मुठभेड़ संदेहास्पद हो गया है, लिहाजा जांच जरुरी है.

बलात्कार पीड़िता के लिए न्याय की मांग : बगोदर की सड़को पर उतरी सैकड़ों छात्रायें

बगोदर में 23 दिसंबर 2024 (सोमवार) को मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म की एक घटना घटी. अगले दिन 24 दिसंबर, मंगलवार को सैकड़ों छात्राएं इसके प्रतिवाद में स्वतः ही सड़क में उतर गई. दोपहर ढाई बजे बगोदर बस पड़ाव में घाघरा साइंस कॉलेज के सैकड़ों छात्राएं जुटीं और फिर समूचे बगोदर बाजार में बलात्कार के खिलाफ प्रदर्शन किया. मार्च में शामिल छात्राएं ‘बलात्कार पीड़िता को न्याय दो’, ‘बलात्कारी को फांसी दो’, ‘महिला हिंसा पर रोक लगाओ’, ‘वी वांट जस्टिस’ आदि नारे लगा रही थी.

मिड डे मील वर्कर्स का प्रथम उत्तर प्रदेश राज्य सम्मेलन

उत्तर प्रदेश मिड डे मील वर्कर्स यूनियन सम्बद्ध ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस (ऐक्टू) का राज्य सम्मेलन 22 दिसंबर 2024 को लखनऊ में एपी सेन रोड स्थित श्रम विधि सलाहकार परिषद सभागार में संपन्न हुआ.

सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए भाकपा(माले) के राज्य कमेटी सदस्य का. रमेश सेंगर ने कहा कि यह सम्मेलन एक ऐसे दौर में हो रहा है जब मेहनतकशों के संविधान प्रदत्त अधिकारों को ही नहीं छीना जा रहा है, बल्कि भाजपा सरकार संविधान को ही खत्म करने में जुटी हुई है. आज मजदूर वर्ग के सामने संविधान बचाने की लड़ाई प्रमुख हो गई है.

जोहार झारखंड संकल्प अभियान

ना गोडसे और ना सावरकर चाहिए! भारत को बिरसा-भगत सिंह-अंबेडकर चाहिए! 
झारखंड के नवनिर्माण के वास्ते - का. गुरुदास-का. महेंद्र के रास्ते!

उपरोक्त नारे के साथ भाकपा(माले) ने 18 दिसंबर 2024 से लेकर 22 अप्रैल 2025 तक पूरे झारखंड में जोहार झारखंड अभियान चलाने का संकल्प लिया है. विदित हो कि 2025 जननायक कामरेड महेन्द्र सिंह की शहादत का 20वां साल भी होगा. यहां प्रस्तुत है अभियान का पर्चा.

बस्ती जिले में नाबालिग दलित छात्र के साथ हुई बर्बरता शर्मनाक

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में 17 साल के नाबालिग बच्चे को जो कक्षा दसवीं का छात्र था, बेरहमी से मारने पीटने, नंगा कर वीडियो बनाने तथा थूक चटवाने के मामले में पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज न किये जाने के कारण नाबालिग ने आत्महत्या कर ली. यह न सिर्फ शर्मनाक है बल्कि वर्तमान योगी सरकार के दलित विरोधी चरित्र को उजागर करता है.

बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का अपमान, नहीं सहेगा हिन्दुस्तान

गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहब अंबेडकर के खिलाफ संसद (राज्यसभा) में दिए गए अपमानजनक वक्तव्य के खिलाफ भाकपा(माल) आहूत राज्यव्यापी विरोध सप्ताह (21 से 27 दिसंबर तक) के तहत  उत्तर प्रदेश में जिला मुख्यालय से लेकर गांवों तक धरना, प्रदर्शन व मार्च निकाल कर अमित शाह के केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा और मोदी सरकार से राष्ट्र से माफी मांगने की मांग की गयी.

कामरेड विनोद मिश्र का 26वां स्मृति दिवस पूरे देश में संकल्प दिवस के रूप में मनाया गया

पूरे देश में विभिन्न रूपों में भाकपा(माले) के पूर्व महासचिव का. विनोद मिश्र का 26वां स्मृति दिवस संकल्प दिवस के रूप में मनाया गया. इस अवसर पर उनकी तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की गई, केंद्रीय कमेटी के संकल्प पत्र को पढ़कर भाजपा के फासीवादी हमले के खिलाफ पार्टी ढांचों को मजबूत करने, जनसंगठनों का विस्तार करने व जन पहलकदमी को तेज करने का संकल्प लिया गया.

संसद में अमित शाह द्वारा डॉ. अंबेडकर का किये गए अपमान का देशव्यापी विरोध

बाबा साहब भीम राव अंबेडकर का अपमान नहीं सहेंगे!

राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. अंबेडकर के प्रति अपमानजनक वक्तव्य देने के विरोध में इलाहाबाद में आइसा ने 18 दिसंबर को मार्च निकाला और प्रदर्शन किया. संगठन के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष मनीष के नेतृत्व में छात्र-छात्राओं ने स्वराज भवन के मुख्य द्वार से बालसन चौराहे तक हाथों में अंबेडकर की प्रतिमा और नारे लिखी तख्तियों के साथ मार्च किया. पुलिस के विरोध के बावजूद यह प्रदर्शन हुआ. वक्ताओं ने कहा कि अमित शाह का बयान दिखाता है कि भाजपा डॉ.

समस्तीपुर में सीमेंट फैक्ट्री में मजदूर की मौत पर फूटा जनाक्रोश

समस्तीपुर के सरसौना-ताजपुर में स्थित डयूराटन सीमेंट फैक्ट्री में विगत 12 दिसंबर की रात सूर्यकांत कुमार (22 वर्ष) नामक मजदूर की मौत हो गई. उनकी मौत कच्चे माल से लदे ट्रक को आगे-पीछे कराने के क्रम में दीवार व ट्रक के बीच दबकर हो गई. वे पलामू (झारखंड) के चेचनिया कलां निवासी भोला राम के पुत्र थे. घटना के बाद सुरक्षा मैनेजर ने जब शव को वैशाली जिले के डभैत चौर में फेंक देने की कोशिश की. मृतक के चचेरे भाई समेत अन्य मजदूरों ने विरोध किया. उनको पीटा गया. लेकिन वहां बहुत सारे लोग जुट आए. मजबूरन शव को पुनः फैक्ट्री लाया गया.

पुलिसिया जुल्म के खिलाफ प्रतिरोध मार्च निकाला

सरसौना-ताजपुर सीमेंट फैक्ट्री में मजदूर की मौत की घटना और प्रबंधन एवं पुलिस की मिलीभगत, मनमानीपूर्ण र्व दमनकारी रवैये के खिलाफ भाकपा(माले) कार्यकर्ताओं ने 16 दिसंबर को समस्तीपुर और 17 दिसंबर 2024 को ताजपुर में प्रतिरोध मार्च निकाला और मुख्यमंत्री नीतीश कुमारका पूतला फूंका.