का. डीपी बक्शी का स्मृति दिवस मनाया गया

26 जुलाई 2024 को बिहार और झारखंड में कई जगहों पर भाकपा(माले) के पूर्व पोलित ब्यूरो सदस्य और पार्टी के पुनर्गठन के दौर के नेतृत्वकारी नेताओं में शुमार का. डीपी बक्शी का स्मृति दिवस मनाया गया.

जन सवालों से मुंह चुराती सरकार : विधानमंडल की पहलकदमियां

बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र में बिहार के विशेष राज्य का दर्जा, राज्य में बढ़ते अपराध-सामंती हिंसा-बलात्कार-ढहती कानून व्यवस्था-पुलों के ध्वंस-संस्थाबद्ध भ्रष्टाचार तथा सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण के उपरांत 95 लाख गरीब परिवारों को 2 लाख रु. की सरकारी घोषणा को अमलीजामा पहनाने, कृषि के लिए 20 घंटे बिजली, भूमिहीनों को 5 डिसमिल जमीन, आशा-रसाइयों-आंगनबाड़ी के लिए सम्मानजनक मानदेय, नहरों के अंतिम छोर तक पानी की पहुंच आदि सवालों पर सरकार हांफती दिखी.

प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से ‘खुशी’ लापता है!

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से नाबालिग छात्रा खुशी पिछले कई महीनों से लापता है. खुशी पाल (उम्र 17 साल) राघवराम गर्ल्स इंटर कालेज में कक्ष 11 की छात्रा है और ग्राम दनियालपुर, थाना शिवपुर की निवासी है. वह 12 अप्रैल 2024 से लापता हैं. बहुत हीला-हवाली के बाद 22 अप्रैल 2024 को इस घटना की प्राथमिकी दर्ज की गई थी. लेकिन, पुलिस आज तक उसे खोज नहीं पाई.

26 जुलाई को दखल और महिला संगठन ऐपवा के संयुक्त प्रतिनिधि मंडल इस संबंध में जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की.

फिलिस्तीनियों के इजरायली नरसंहार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का आह्वान

संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के खुलेआम उल्लंघन के आलोक में, गाजा में इजरायल द्वारा नरसंहार के खिलाफ आईसीजे के फैसले और फिलिस्तीन के लोगों के खिलाफ इस तरह के नरसंहार में वृद्धि को लेकर भारत में वामपंथी दलों – सीपीआई (एम), सीपीआई, आरएसपी, एआईएफबी और सीपीआई-एमएल ने भारतीय लोगों से फिलिस्तीनी लोगों के साथ और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा समर्थित इजरायल द्वारा किए जा रहे नरसंहार और अत्याचारों के खिलाफ अपनी एकजुटता व्यक्त करने का आह्वान किया.

फूल मंडी भी उजाड़ी गई : उत्तर प्रदेश में अभी कितनी तबाही मचायेगा बुलडोजर राज?

लखनऊ में अकबरनगर के बाद बुलडोजर का मुंह दूसरी दिशा में मुड़ गया है जिसके निशाने पर कथित तौर पर मुस्लिम हैं. यह अलग बात है कि यह हमला लखनऊ और उसके आसपास के जिलों में फूल की खेती करने वाले किसानों पर हुआ है.

बिहार में अधिवक्ताओं का एकजुटता विरोध प्रदर्शन

जन विरोधी, संविधान विरोधी, क्रूर नए आपराधिक कानून (2023) के खिलाफ जंतर-मंतर, नई दिल्ली में वकीलों के विरोध प्रदर्शन की एकजुटता में 29 जुलाई 2024 को पटना, नालंदा और आरा में भी कार्यक्रम आयोजित हुए. पटना में वकीलों ने प्रदर्शन किया और साथ ही, बिहार राज्य बार काउंसिल, पटना के अध्यक्ष को उक्त क्रूर कानूनों को निरस्त करने के संबंध में एक ज्ञापन भी सौंपा.

बिहार को लंबे समय से प्रतीक्षित विशेष पैकेज क्यों नहीं दिया गया है ?

केन्द्रीय बजट 2024-25 पर चर्चा में भाकपा(माले) संसदीय दल के नेता का. राजाराम सिंह

इस क्षेत्र में गंभीर संकट के बावजूद, जहां किसान कृषि को लाभदायक बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, बजट 2024-25 में कृषि क्षेत्र पर कुल आवंटन घटाकर 3.15% कर दिया गया है. सी2+50% फाॅर्मूले के अनुसार न्यूनतम समर्थन मूल्य को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया है.

हम सिंघू बाॅर्डर पर एक किसान स्मारक बनाने की भी मांग करते हैं.

देवड़ा-बंदौली में भाजपाई साजिश के खिलाफ डीआइजी के समक्ष प्रदर्शन

शांतिपूर्ण मतदान के बीच पीठासीन पदाधिकारी के संस्तुति के बगैर भाजपा नेता के इशारे पर जाले थाना में दर्ज थाना कांड संख्या 103/24, 104/24 के तहत दर्ज झूठे मुकदमे वापस लेने, भाजपा विधायक जीवेश मिश्र और उनके द्वारा मतदान परिसर में की गई गैर कानूनी हरकतों की जांच कर मुकदमा करने, मतदाताओं खासकर महिला मतदाताओं को प्रताड़ित करने वाले पुलिस अधिकारियों को दंडित करने आदि सवालों को लेकर 23 जुलाई 2024 को दरभंगा में डीआइजी के समक्ष धरना प्रदर्शन किया गया.

अग्निपथ योजना वापस हो, सेना में सभी के लिए स्थाई नियुक्ति बहाल की जाए

सेना की बहाली में अग्निपथ योजना की वापसी की मांग को लेकर देशव्यापी प्रतिवाद कार्यक्रम के तहत 23 जुलाई  इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाइए) द्वारा उत्तर प्रदेश के कई जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करते हुए सक्षम अधिकारी के द्वारा रक्षामंत्री को ज्ञापन भेजकर यह मांग की गई कि नौजवानों के भविष्य व देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाली अग्निपथ योजना को वापस लिया जाए.

बिहार में ‘हक दो-वादा निभाओ’ अभियान की शानदार शुरूआत

पटना के रवीन्द्र परिषद सभागार में संपन्न हुआ राज्यस्तरीय कार्यकर्ता कन्वेंशन

संक्रमण के दौर में है बिहार, नए बिहार के निर्माण के संघर्ष का माले करेगा नेतृत्व – दीपंकर भट्टाचार्य

16 जुलाई 2024 को पटना के रवीन्द्र परिषद सभागार में राज्यस्तरीय कार्यकर्ता कन्वेंशन के जरिए भाकपा(माले) ने ‘हक दो-वादा निभाओ’ अभियान की शानदार शुरूआत की. अभियान अगले चार महीनों तक चलेगा.