कार्टून पर मुकदमा

कागज पर कुछ रेखाएं खिंची, उनमें कुछ रंग भरा, रंग भरने से कुछ आकृतियां उभरी, आकृतियां उभरने से कार्टून बना और कार्टून के बनने से भावनाएं आहत हो गयीं. जिनकी नर्म-मुलायम-नाजुक-कोमल भावनाएं आहत हुईं, वे लपक कर मुकदमा दर्ज करवाने चल पड़े. आहत भावनाओं वाला तो कुछ भी कर सकता है पर डियर मित्र पुलिस जी, आपके पास तो और भी काम होंगे, आप क्यूं आहत भावनाओं पर मरहम लगाने के लिए मुकदमा दर्ज करने निकल पड़े?

सवाल तो अब भी खड़े हैं मी लाॅर्ड!

अंततः अंकिता भंडारी मामले में उच्च न्यायालय ने सीबीआई जांच की मांग को खारिज कर दिया. लगभग महीने भर तक फैसले को सुरक्षित रखने के बाद 21 दिसंबर 2022 को अपने 23 पृष्ठों के फैसले में उत्तराखंड उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति संजय कुमार मिश्रा ने इस आशय की घोषणा की. फैसला देखने के बाद लगा कि ना कहने को इतना सुरक्षित रखने की जरूरत, क्या थी भला! शुरुआत में अंकिता भंडारी हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग को लेकर याचिका पत्रकार आशुतोष नेगी द्वारा अधिवक्ता नवनीश नेगी के जरिये दाखिल की गयी.

भागलपुर दंगे के सवाल पूरे देश के सवाल हैं

गौरीनाथ के उपन्यास ‘कर्बला दर कर्बला’ पर चर्चा 

विगत 9 दिसंबर, 2022 को पटना के कालिदास रंगालय में 1980 के दशक के भागलपुर पर केंद्रित गौरीनाथ के उपन्यास ‘कर्बला दर कर्बला’ पर हिरावल की ओर से एक चर्चा आयोजित हुई.

फिलिस्तीन विश्व कप 2022 का असली विजेता

- मनमोहन

युद्ध और संकट में फंसी दुनिया मे फीफा वर्ल्ड कप 2022 सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन रहा. कतर में हो रहे वर्ल्ड कप मैचों के लिए कुल 30 लाख टिकट बिके और लाखों लोगों ने टीवी पर महीने भर चलने वाले फ़ुटबाॅल मैच देखे.

मोरैलिटी पुलिस को भंग करने की घोषणा ईरानी महिलाओं की जीत है

ऐपवा की राष्ट्रीय अध्यक्ष रति राव और महासचिव मीना तिवारी ने एक बयान जारी कर कहा है कि ठीक से हिजाब न पहनने के कारण महसा अमीनी की मोरैलिटी पुलिस द्वारा गिरफ्तारी और पुलिस हिरासत में उसकी मौत के बाद ईरान में पिछले तीन महीने से अधिक समय से सरकार विरोधी प्रदर्शन जारी हैं. इन प्रदर्शनों के दमन में हजारों लोगों के घायल होने और 300 से अधिक लोगों की मौत के बाद अब ईरान के प्राॅसिक्यूटर जनरल ने मोरैलिटी पुलिस को भंग करने की घोषणा की है. यह ईरानी महिलाओं की जीत है. हालांकि, सरकार द्वारा आधिकारिक तौर पर अभी इसकी घोषणा नहीं हुई है.

किरण नेगी कांड: हत्या हुई, अगर हत्यारे ये नहीं तो फिर कौन हैं मी लॉर्ड ?

तीन न्यायाधीशों की खंडपीठ में एक महिला न्यायाधीश ने फैसला सुनाया, महिला वकील आरोपियों की ओर से ‘न्याय मित्रा’ थी और एक युवा महिला की हत्या और दुराचार के लिए विशेष फास्ट ट्रैक कोर्ट और उच्च न्यायालय से मौत की सजा पाये आरोपी, पूरी तरह से दोषमुक्त घोषित हो कर स्वतंत्राता पा गए! यह कैसा न्याय है? न्याय का कौन सा आदर्श स्थापित हुआ इस प्रक्रिया से?

वनंतरा रिजॉर्ट में लगी आग से उपजे सवाल

– इन्द्रेश मैखुरी

30 अक्टूबर को जब देहरादून में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार आदि पुलिस द्वारा आयोजित दौड़-रन फॉर यूनिटी की तैयारी कर रहे थे, उसी वक्त एक और दौड़ चल रही थी. अंकिता भण्डारी हत्याकांड के लिए कुख्यात ऋृषिकेश के पास स्थित गंगा भोगपुर रिजॉर्ट की ओर अचानक फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को दौड़ लगानी पड़ी क्यूंकि इसी रिजॉर्ट के परिसर में स्थित कैंडी फैक्ट्री में आग लग गयी.

जोर पकड़ रही है खेग्रामस के 7वें राष्ट्रीय सम्मेलन की तैयारी

अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा (खेग्रामस) का 7वां राष्ट्रीय सम्मेलन पश्चिम बंगाल के हुगली ज़िला के चन्दन नगर में 14-15 नवंबर को होने जा रहा है. नगर का नामकरण कनाई दत्त, रासबिहारी बोस और नजरुल इस्लाम के नाम पर किया गया है. खेग्रामस के दिवंगत सम्मानित राष्ट्रीय अध्यक्ष क्षितीश विस्वाल को सम्मेलन का मंच समर्पित है. पार्टी के दिवंगत वरिष्ठ नेता डीपी बक्शी के नाम पर सभागार होगा. सम्मेलन गंगा के किनारे रविन्द्र भवन में होगा.